नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को आदेशित किया है कि वह उस प्रेमी युगल से लिखित में माफी मांगे जिन्हे जेएनयू केंपस से सिर्फ इसलिए गिरफ्तार कर लिया था क्योंकि दोनों अलग-अलग धर्मों से थे। बता दें कि दोनों ने शादी कर ली थी परंतु लड़की के परिवारजन इस शादी के खिलाफ थे।
जस्टिस एस मुरलीधर और जस्टिस तलवंत सिंह ने यूपी सरकार को आदेश दिए हैं कि संदीप कुमार और उनकी पत्नी निशा को 50-50 हजार रुपये भी दिए जाएं। पुलिस पर आरोप था कि अंतरधर्मीय जोड़े को पुलिस ने गैरकानूनी रूप से गिरफ्तार कर लिया था। हाईकोर्ट ने कहा कि जुर्माने की राशि चार हफ्तों में दे दी जाए और साथ ही यूपी के डीजीपी खुद एक चिट्ठी लिखें जिसमें पुलिस के व्यवहार पर माफी मांगी जाए।
इसके अलावा उन तीन पुलिस पुलिसवालों पर भी कार्रवाई करने को कहा है जिन्होंने जेएनयू परिसर से जोड़े को गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने इस बात की सूचना स्थानीय पुलिस तक को नहीं दी थी। संदीप और निशा गिरफ्तारी के बाद भी एक साथ वैवाहिक जीवन बिता रहे हैं।