
शर्मा ने कहा कि इस कंपनी को ‘सबूरी कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड’का नाम दिया गया। इसका कंपनी एक्ट के तहत 22 अक्टूबर 2012 को दिल्ली में पंजीयन करवाया गया। इस कंपनी में तीन पार्टनर बसंत उपाध्याय, कमल नैन और अभिषेक भार्गव हैं। दस्तावेजों में प्रामाणिक रूप से भार्गव की साझेदारी 50 फीसदी से ज्यादा है।
कंपनी के दो भागीदारों अभिषेक एवं कमल की ओर से 29 मार्च 2012 को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की रायसेन ब्रांच में एक पत्र जिसमें खातों के संचालन के लिए बसंत उपाध्याय को अधिकृत कर दिया। इसके लिए अभिषेक ने अपना मतदाता पहचान पत्र और पेन कार्ड की प्रमाणित छाया प्रतियां भी पेश की।