भोपाल। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष पीसी शर्मा ने राज्य सरकार पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव के पुत्र अभिषेक भार्गव को बचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने यहां आयोजित पत्रकार वार्ता में अभिषेक भार्गव के चिटफंड घोटाले में शामिल होने की बात कही। शर्मा ने कहा कि मंत्री भार्गव के पुत्र अभिषेक भार्गव जो स्वयं भी भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने जनता का पैसा लूटने का नया तरीका ढूंढा है। अभिषेक ने दो साथियों के साथ मिलकर जो चिटफंड कंपनी बनाई इसके उनके पास पर्याप्त सबूत है।
शर्मा ने कहा कि इस कंपनी को ‘सबूरी कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड’का नाम दिया गया। इसका कंपनी एक्ट के तहत 22 अक्टूबर 2012 को दिल्ली में पंजीयन करवाया गया। इस कंपनी में तीन पार्टनर बसंत उपाध्याय, कमल नैन और अभिषेक भार्गव हैं। दस्तावेजों में प्रामाणिक रूप से भार्गव की साझेदारी 50 फीसदी से ज्यादा है।
कंपनी के दो भागीदारों अभिषेक एवं कमल की ओर से 29 मार्च 2012 को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की रायसेन ब्रांच में एक पत्र जिसमें खातों के संचालन के लिए बसंत उपाध्याय को अधिकृत कर दिया। इसके लिए अभिषेक ने अपना मतदाता पहचान पत्र और पेन कार्ड की प्रमाणित छाया प्रतियां भी पेश की।