फॉरेस्ट लैंड पर अतिक्रमण के मामले में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और मध्य प्रदेश शासन का फॉरेस्ट डिपार्मेंट, सीधे टकराव की स्थिति में आ गए हैं। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। इससे पहले शिवराज सिंह चौहान ने राज्य वन सेवा के अधिकारी मगन सिंह को डीएफओ के पद से हटवा दिया था।
शिवराज सिंह ने अतिक्रमण हटाने वाले एसडीओ को हटवाया
केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप है कि उन्होंने सीहोर जिले में वन विभाग की जमीन पर 50 से अधिक आदिवासी परिवारों का अतिक्रमण करवा दिया है। जब सीहोर के एसडीओ मगन सिंह ने अपने कर्तव्य का निर्वाह किया। आदिवासियों को वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण करने से रोका तो केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, आदिवासियों को अपने साथ लेकर सीएम डॉ मोहन यादव से मिलने चले आए। इस मुलाकात के बाद, श्री शिवराज सिंह चौहान के प्रेशर और मुख्यमंत्री के निर्देश के कारण राज्य वन सेवा के अधिकारी श्री मगन सिंह को सीहोर में एसडीओ के पद से हटा दिया गया।
शिवराज सिंह के खिलाफ जांच शुरू
इसी मामले में सिस्टम परिवर्तन अभियान के अध्यक्ष आजाद सिंह डबास ने सीएम मोहन यादव को शिकायत दी है। साथ ही केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ एफआईआर की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि बुधनी विधानसभा क्षेत्र के आदिवासियों को अतिक्रमण के लिए शिवराज सिंह चौहान ने ही उकसाया है। शिकायत मिलने के बाद सीसीएफ ऑफिस ने सीहोर डीएफओ को जांच रिपोर्ट मांगी थी। डीएफओ ने बुधनी एसडीएफओ सुकृति ओसवाल को जांच सौंप दी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने अपनी रिपोर्ट सीनियर अधिकारियों को दी है।