इंदौर। मप्र लोक सेवा आयोग (पीएससी) के खिलाफ उज्जैन के एक छात्र ने पूर्व क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है। उसका कहना है कि पीएससी द्वारा उसे दी गई मार्कशीट में अंकों के साथ हेर-फेर की गई है। पीएससी की राज्यसेवा परीक्षा-2003 (बैकलॉग) की मुख्य परीक्षा के बाद छात्र राकेश कवचे को पीएससी ने इंटरव्यू के लिए अपात्र घोषित कर प्रक्रिया से बाहर कर दिया था।
दो दिन संयोगितागंज थाने में भटकने के बाद राकेश ने बुधवार को एसपी ओपी त्रिपाठी से मुलाकात की। उसने पीएससी द्वारा दी गई मार्कशीट की कॉपी भी मुहैया कराई। उसका कहना था कि मार्कशीट से साबित हो रहा है कि उसे हिंदी विषय में दिए अंकों को बदला गया है। छात्र के अनुसार हिंदी में उसे 38 अंक दिए गए हैं। पूरी मार्कशीट में अन्य तीन विषय के अंकों के साथ सारी जानकारी कम्प्यूटर से प्रिंट की गई है। उसके उलट हिंदी विषय के सामने लिखे गए अंक हाथ से काले पेन से लिखे प्रतीत हो रहे हैं। और तो और इनमें से आखिरी अंक 8 को देखकर भी साफ जाहिर हो रहा है कि कम्प्यूटर से लिखे 3 अंक को बदलकर पेन से 8 बना दिया गया है।
गड़बड़ी की आशंका
छात्र ने शिकायत में लिखा है कि वह पीएससी की तमाम परीक्षाओं में इंटरव्यू के दौर तक पहुंच चुका है। 2003 की प्रक्रिया से बाहर होने के बाद वह अगली परीक्षा की तैयारी में जुट गया था। हाल ही में पीएससी में गड़बड़ी और पेपर आउट जैसी खबरें सुनी तो अपनी मार्कशीट देखा। इसके बाद गड़बड़ी का पता चला। पीएससी से इस बारे में जानकारी मांगी, लेकिन आयोग ने उपलब्ध नहीं कराई।