कल, मतलब दिनांक 25 सितंबर 2025 को मध्य प्रदेश माध्यमिक एवं प्राथमिक शिक्षक चयन परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया गया। तारीख तो सही है लेकिन यदि समय की बात करें तो, स्पष्ट तौर पर कहा जा सकता है कि शिक्षक चयन परीक्षा का रिजल्ट पहले लीक हुआ और उसके बाद हड़बड़ी में जारी किया गया। यह घटनाक्रम VYAPAM 3.0 है या नहीं, यह तो आने वाला वक्त ही बताया लेकिन, इतना दावे के साथ कहा जा सकता है कि रिजल्ट विधिवत जारी नहीं हुआ।
न्यूज़ वायरल हो गई और वेबसाइट पर मैसेज तक नहीं था
Thu, 25 Sep 2025 06:17 PM (IST) बजे न्यूज़ इंटरनेट पर पहली बार प्रकाशित हुई। इसके बाद कई वेबसाइट पर यह न्यूज़ दिखाई देने लगी। 40 मिनट के भीतर 100 से ज्यादा वेबसाइट पर यह न्यूज़ थी परंतु मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल की आधिकारिक वेबसाइट पर रिजल्ट को लेकर एक मैसेज तक नहीं था। रिजल्ट की न्यूज़ में रिजल्ट की डायरेक्ट लिंक भी होती है लेकिन किसी भी वेबसाइट पर रिजल्ट की डायरेक्ट लिंक नहीं थी। इंटरनेट पर टाइम को लेकर कोई घोटाला नहीं किया जा सकता है। जांच कीजिए रिकार्ड मौजूद है।
प्रेस विज्ञप्ति असली थी या फर्जी?
समाचार की पुष्टि के लिए भारत की सबसे बड़ी न्यूज वेबसाइट्स में से एक ने अपने समाचार के साथ एक "प्रेस विज्ञप्ति" भी प्रकाशित की। इस पर मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल भोपाल लिखा हुआ था। प्रेस विज्ञप्ति में परीक्षा के बारे में कुछ जानकारी दी गई थी। लेकिन परीक्षा परिणाम अर्थात रिजल्ट के बारे में एक शब्द भी नहीं लिखा था। प्रेस विज्ञप्ति पर तारीख नहीं थी, विज्ञप्ति जारी करने वाले अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं थे, कोई जावक नंबर नहीं था और सबसे बड़ी बात कि कर्मचारी चयन मंडल भोपाल की आधिकारिक वेबसाइट esb.mp.gov.in पर यह प्रेस विज्ञप्ति नहीं थी। प्रथम दृष्टया या यह प्रेस विज्ञप्ति फर्जी दिखाई देती है। इस तरह की प्रेस विज्ञप्ति किसी भी कंप्यूटर पर बनाई जा सकती है।
आधिकारिक वेबसाइट पर रात 9:30 बजे तक रिजल्ट नहीं था
जब भी रिजल्ट घोषित किया जाता है तो इसकी आधिकारिक सूचना मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल की आधिकारिक वेबसाइट के POPUP "Latest Updates" में दी जाती है। यहां पर रात 9:30 बजे तक कोई अपडेट नहीं था। हमने स्क्रीनशॉट कैप्चर किया है, आप इसमें नीचे दिया गया डेट एंड टाइम देख सकते हैं। इस बारे में हमने अपने न्यूज़ रूम से एक राजपत्रित अधिकारी को भी बताया और इसकी रिकॉर्डिंग हमारे पास SAVE है।
पेपर लीक होता है, रिजल्ट क्यों लीक होने लग गया?
सच क्या है इसकी जानकारी तो SIT ही दे सकती है लेकिन कल शाम को जो कुछ भी हुआ उसको देखने के बाद यह ठीक प्रकार से समझ में आ जाता है कि क्या हुआ होगा। हमारा अनुमान है कि, रिजल्ट तैयार होने के बाद और जारी होने से पहले, किसी अज्ञात ने किसी अज्ञात के पास रिजल्ट की जानकारी भेजी। शायद यह कंफर्म करने के लिए कि हमारे बीच में जो डील हुई थी, उसके अनुसार रिजल्ट तैयार हो गया है। एक बार चेक कर लो कोई गड़बड़ तो नहीं है।
जब यह कम्युनिकेशन हुआ, शाम हो चुकी थी। संबंधित अज्ञात व्यक्ति की नाइट शिफ्ट शुरू होने वाली थी। या फिर शायद नवरात्रि के गरबा-डांडिया शुरू हो गए हैं। अज्ञात व्यक्ति को परिवार के साथ जाना था। इसलिए उसने अपने कर्मचारियों को चेक करने के लिए बोला। कर्मचारियों ने आदेश का पालन करने के अलावा अपने रिश्तेदारों का भी रिजल्ट चेक कर लिया। इस प्रकार न्यूज़ वायरल हो गई।
जब एक बड़े पत्रकार ने रिजल्ट की न्यूज़ ब्रेक कर दी और भोपाल समाचार की ओर से पूछताछ शुरू की गई तो आनन-फानन में, वह विज्ञप्ति जारी कर दी गई जो पूरी बनी भी नहीं थी। आप विज्ञप्ति को ध्यान से पढ़िए, उसमें जो जानकारी दी गई है वह भी अपूर्ण है। प्रूफ रीडिंग तक नहीं हुई है। विज्ञप्ति तैयारी कर दी लेकिन लिंक जनरेट ही नहीं हुई थी इसलिए लिंक जारी नहीं की गई।
इसके बाद अचानक लिंक जारी कर दी गई लेकिन इसकी सूचना आधिकारिक वेबसाइट पर नहीं थी। रिजल्ट की लिंक वायरल हो गई और लोग अपना रिजल्ट भी देखने लगे लेकिन आधिकारिक वेबसाइट पर रिजल्ट की आधिकारिक घोषणा नहीं थी, क्योंकि रात हो चुकी थी और कर्मचारी चयन मंडल भोपाल के लोग तो दिन में भी काम नहीं करते। रात में 9:30 बजे जब भोपाल समाचार ने एक अधिकारी से बातचीत के दौरान दावा किया कि, रिजल्ट जारी नहीं हुआ है बल्कि लीक हुआ है। तब आधिकारिक वेबसाइट पर रिजल्ट की आधिकारिक घोषणा हुई।