इंदौर। स्थानीय सांसद एवं लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने महिला मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल को बेरंग लौटा दिया। वो एक पुस्तक का विमोचन कराने आईं थीं, ताई से पुस्तक हाथ में ली, उलट पुलटकर देखा भी फिर लौटा दी और विमोचन करने से इंकार कर दिया। बताया गया है कि यह पुस्तक इंदौर राजबाड़ा पर लिखी गई थी। ताई के इस इंकार से राजनीति में हलचल तेज हो गई। लोग अब तक समझ नहीं पाए कि सुमित्रा ताई ने ऐसा क्यों किया।
वाकया बुधवार सुबह कलेक्टोरेट परिसर में हुआ। शहर विकास को लेकर हो रही बैठक में ताई भी थीं। जब वे बैठक में शामिल होने जा रही थीं तभी महिला मोर्चा पदाधिकारी वीणा वर्मा, सुमनलता वर्मा, सीमा वैरागकर के साथ दो-तीन अन्य महिलाएं पहुंचीं और ताई से एक पुस्तक का विमोचन करने का आग्रह किया। ताई ने पूछा किसकी पुस्तक है तो पदाधिकारियों ने कहा लोक संस्कृति मंच द्वारा इंदौर के गौरव राजबाड़ा पर लिखी गई पुस्तक है।
ताई ने पहले किताब हाथ में ली और फिर मैं नहीं करूंगी कहते हुए लौटा दी। इस पर महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं ने महापौर की ओर देखा तो उन्होंने ताई से कहा कि ये सब महिला मोर्चा की कार्यकर्ता हैं, विमोचन कर दीजिए इनका उत्साहवर्धन होगा, लेकिन ताई नहीं मानीं। पास खड़े कलेक्टर बोले- ताई विमोचन कर दीजिए फिर मीटिंग में चलते हैं, लेकिन ताई ने इंकार कर दिया। इससे हतप्रभ महिला पदाधिकारी कुछ देर वहीं खड़ी रही और फिर रवाना हो गईं। देर शाम तक इस वाकये की चर्चा महिला मोर्चा और नगर भाजपा के हलकों में होती रही।