ग्वालियर। सरकारी अस्पताल जयारोग्य चिकित्सालय में इलाज कराने आए डेंगू के संदिग्ध मरीज को डॉक्टरों ने जबरन अस्पताल से भगा दिया। वो बुखार से कांप रहा था। पहले तो उसे आईसीयू में ले लिया गया, लेकिन जैसे ही डेंगू का संदेह हुआ उसे भगा दिया गया। काफी आग्रह के बाद डॉक्टरों ने उसे एक इंजेक्शन भर लगाया और किसी प्राइवेट अस्पताल में जाकर इलाज कराने को कहा। इस घटना ने एक बार फिर भोपाल समाचार डॉट कॉम का यह आरोप प्रमाणित कर दिया है कि सरकारी डॉक्टर डेंगू का इलाज करने के बजाए उन्हें प्राइवेट अस्पतालों में रैफर कर रहे हैं, क्योंकि वहां से प्रति मरीज 10 हजार रुपए कमीशन मिलता है।
बीयू में जर्नलिज्म के प्रथम सेमेस्टर का छात्र कपिल पटेल (23) पुत्र रमाकांत निरंजन को दो दिन से बुखार आ रहा था। मंगलवार को छात्र निजी अस्पताल में दिखाया। यहां के डॉक्टरों ने उससे एक दिन की दवा लेने को कहा, साथ ही सलाह दी कि यदि बुखार सही नहीं हुआ तो बुधवार को जांच कराएंगे। दवा लेने के बाद भी कपिल का बुखार नहीं उतरा। रात में लगभग 9:30 बजे वह बुखार से थर-थर कांपने लगा। उसकी पेशाब में खून आने लगा तो वह घबरा गया। रात में वह अपने दो साथियों महेन्द्र भार्गव व नीरज पटेल के साथ सीधे जेएएच के आईसीयू में पहुंचा।
तुम्हें तो डेंगू है, यहां नहीं होगा इलाज
कपिल के अनुसार आईसीयू में एक मैडम जिन्हें वह देखकर पहचान सकता है, उन्होंने उसकी हालत देखते ही कह दिया कि तुम्हें तो डेंगू है। तुम्हारा इलाज आईसीयू में नहीं होगा। तुम्हें तो मेडिसिन वार्ड नंबर-1 में जाना होगा। कपिल व उसके साथियों ने हालात का हवाला देकर डॉक्टर से आईसीयू में ही इलाज शुरू करने का आग्रह भी किया, लेकिन उसका वहां इलाज नहीं किया।
यहां तो नंबर से काम होगा
रात में लगभग 12 बजे बुखार से कांपते कपिल को उसके दोस्त मेडिसिन वार्ड लेकर पहुंचे तब तक उसकी हालत और बिगड़ गई थी। यहां जल्द इलाज के आग्रह पर उससे कहा गया कि यहां तो काम नंबर से होगा। काफी मिन्नतों के बाद उसे पैरासिटामोल का एक इंजेक्शन लगाया। साथ ही यह सलाह भी दे दी कि यदि ठीक होना है तो किसी निजी अस्पताल में चले जाओ। कपिल के अनुसार उसने यह भी कहा कि यदि उसे डेंगू है भी तो उसका इलाज यहीं होना चाहिए।
बिरला में नहीं मिली जगह
कपिल को रात करीब 1 बजे उसके दोस्त बिरला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां आईसीयू में जगह न होने पर उसे बसंत विहार स्थित निजी अस्पताल ले जाने की सलाह दे दी गई। इसके बाद कपिल का वहां बसंत विहार लाकर आईसीयू में भर्ती कराया गया।