ललित मुदगल/शिवपुरी। सिंधिया के समर्थन से कोलारस विधायक बने कांग्रेस नेता रामसिंह यादव दद्दा पर आरोप है कि उन्होंने एक एई को चप्पलों से पिटवाया। सबकुछ इसलिए क्योंकि रामसिंह यादव चाहते थे कि एई एक फर्जी भुगतान में उनकी मदद करे। जब एई ने ऐसा नहीं किया तो यह हमला प्लान किया गया।
घटना बुधवार की है। रन्नौद में आयोजित खण्ड स्तरीय लोक कल्याण शिविर में ग्राम पंचायत कुसुअन के सरपंच के भाई मुकेश यादव ने सहायक यंत्री सोनेराम वर्मा को चप्पलों से पीटा था।
इस मामले में पीड़ित सहायक यंत्री सोनेराम वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि दो दिवस पूर्व विधायक रामसिंह यादव के पुत्र महेन्द्र सिंह यादव ने उन्हें फोन कर कहा था कि महेश यादव मेरे घर का व्यक्ति हैं और उसके जो भी भुगतान हैं उन्हें कर दिये जाएं इसके बाद सरपंच का भाई मुकेश यादव मेरे कार्यालय आया और उसने मुझ भुगतान करने का दवाब बनाया।
जब मेने मना कर दिया तो वह मेरे साथ गालीगलौंच करने लगा उस समय सुरेश बेडिय़ा और सरपंच करतार सिंह वहां बैठे हुए थे। जिन्होंने मुकेश को समझा बुझा कर वहां से वापस भेज दिया, लेकिन कल रन्नौद में आयोजित लोककल्याण शिविर के समापन के बाद विधायक पुत्र महेन्द्र सिंह यादव और सरपंच का भाई मुकेश यादव ने मुझे रोक लिया और मुझे धमकी दी। जब मैने विरोध किया तो मुझे चप्पलों से पीटा और जान से मारने की धमकी दी।
हां, मैने मारी हैं चप्पलें
यह बात सही हैं कि मैने सहायक यंत्री की चप्पलों से मारपीट की हैं और मुझे इसका कोई मलाल नहीं हैं भ्रष्टाचारियों को इसी तरह सबक सिखाना पड़ता हैं। सहायक यंत्री सोनेराम वर्मा मुझसे ब्रजभान सिंह पुत्र रामसिंह यादव और रामकृष्ण सूरतियां के भुगतान के लिए 20 हजार रूपए की रिश्वत मांग रहा था और उसने कई भुगतान भी रिश्वत न मिलने के कारण रोक रखे थे।
मुकेश यादव
ग्राम पंचायत कुसुअन के सरपंच का भाई