25 साल पहले तक दीपावली की तैयारी, विजयदशमी से शुरू हो जाती थी लेकिन अब लाइफ इतनी कॉम्प्लिकेटेड हो गई है कि, दीपावली की तैयारी के लिए समय ही नहीं मिल पाता। आज छुट्टी मिली है, लेकिन काम बहुत है और समय बहुत कम है। इसलिए हमने आपकी हेल्प की है। दीपावली पूजन सामग्री की पूरी चेकलिस्ट तैयार कर दी है। बस आप इस चेकलिस्ट को फॉलो कर लीजिए, ऑनलाइन ऑर्डर कर दीजिए और जो चीज ऑनलाइन नहीं मिल रही है, उनको ऑफलाइन खरीद लीजिए। आपकी पूजा में किसी प्रकार की कमी नहीं रहेगी। पूजा का मुहूर्त, पूजा की विधि और बाकी सारी डिटेल्स हम आपको अगले आर्टिकल्स में देंगे। हमारे साथ बने रहिए:-
1. दीपावली की मुख्य पूजन सामग्री
- माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्ति या चित्र
- पूजन चौकी (लकड़ी की या स्टील की)
- चौकी के लिए लाल या पीला कपड़ा
- मूर्ति स्थापित के लिए आसन (कुशन या कपड़े का)
- पूजा थाली (पीतल, तांबा या स्टील की)
- कलश (जल से भरा हुआ, ऊपर आम के पत्ते और नारियल रखें)
- नारियल (कलश के लिए और अलग से प्रसाद हेतु भी)
- आम या अशोक के पत्ते (कलश के लिए)
- सिंदूर (कुमकुम)
- हल्दी (पाउडर व साबुत दोनों)
- अक्षत (चावल)
- मौली (लाल धागा / रक्षासूत्र)
- पान के पत्ते
- सुपारी
- लौंग
- इलायची
- कपूर (कर्पूर)
- धूपबत्ती / अगरबत्ती
- घी का दीपक
- रुई (बत्ती बनाने के लिए)
- शुद्ध घी / तेल (दीप जलाने हेतु)
- घंटी
- शंख
- फूल (लाल, पीले, सफेद — विशेषतः कमल का फूल लक्ष्मीजी के लिए शुभ)
- पुष्पमाला
- जल कलश या लोटा
- आचमन पात्र
- अर्पण के लिए तांबे या स्टील के छोटे बर्तन
- आसन (पूजा करने वाले के बैठने हेतु)
- दीपदान के लिए मिट्टी या धातु के कई दीये
2. दीपावली की प्रसाद सामग्री
- मिठाई (खासकर खीर, बताशे, लड्डू, बर्फी)
- खील (फूला हुआ चावल)
- बताशे
- गुड़
- मिश्री
- सूखा मेवा (काजू, बादाम, किशमिश, पिस्ता)
- फल (केला, नारियल, अनार आदि 5 प्रकार के फल)
- फूल माला
- तुलसी पत्ता (यदि पूजा में प्रयोग करना चाहें)
3. लक्ष्मी पूजन विशेष सामग्री
- नया खाता-बही (Business account book / diary)
- कलम (लाल या सुनहरी)
- चांदी का सिक्का या नोटों का बंडल
- सोना या चांदी का कोई आभूषण (यदि हो तो)
- गहने या पैसे का थाल (धन के प्रतीक के रूप में)
- गंगा जल (शुद्धिकरण हेतु)
- चावल की ढेरी (मूर्ति स्थापना हेतु)
- नौ दीये (नवग्रह हेतु)
- पंचमेवा (बादाम, काजू, अखरोट, किशमिश, नारियल)
- धान के बाल या अनाज (समृद्धि का प्रतीक)
4. दीपावली पर घर और द्वार सजावट सामग्री
- तोरण (आम पत्तियों या बंदनवार का)
- रंगोली बनाने की सामग्री या रेडीमेड रंगोली
- दीपमाला / सजावटी लाइट्स
- दरवाजे पर लक्ष्मी चरणों के स्टीकर या प्रतीक
- धूपदान / कपूरदानी
- गंगा जल (घर शुद्धिकरण हेतु छिड़काव के लिए)
- नमक का जल (नकारात्मकता दूर करने के लिए)
5. दीपावली पर विशेष पूजन हेतु वस्तुएं
- पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, शक्कर)
- मिठाई का भोग (लक्ष्मीजी को विशेष)
- अक्षत मिश्रण (हल्दी लगे चावल)
- कमल का फूल (लक्ष्मीजी को अति प्रिय)
- शंख से जल छिड़कने हेतु पात्र
- दीपक रखने के लिए थाली या पाट
- धान्य, हल्दी की गांठ, सुपारी – प्रतीकात्मक सामग्री
6. पूजन पश्चात सामग्री
- आरती की थाली
- लक्ष्मीजी की आरती और गणेशजी की आरती (छपे या लिखे हुए रूप में)
- मंत्र-पुस्तिका या फोन में आरती ऑडियो
- प्रसाद वितरण हेतु डिब्बा या प्लेट
- दान-पात्र (दान देने हेतु सिक्के, वस्त्र, अनाज आदि)
- दीपदान के लिए अतिरिक्त दीये (आंगन, मंदिर, मुख्य द्वार आदि पर रखने के लिए)
दीपावली पर अतिरिक्त घरेलू सामग्री
- झाड़ू (नया झाड़ू लक्ष्मी पूजन से पहले खरीदना शुभ माना जाता है)
- नए बर्तन (धनतेरस पर खरीदे गए)
- दीपावली की मिठाई के डिब्बे (अतिथियों हेतु)
- अगर चाहें तो “श्री यंत्र” या “कुबेर यंत्र” स्थापना हेतु
दीपावली पूजा के लिए विशेष सुझाव
- पूजा उत्तर दिशा या उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) में करें।
- पूजन के बाद “श्री सूक्त” और “लक्ष्मी अष्टक स्तोत्र” का पाठ करें।
- घर के हर कोने में दीप जलाएं (विशेषतः मुख्य द्वार और तुलसी चौरा पर)।
- रात्रि में घर खाली न छोड़ें, दीप जलता रहे।
प्रस्तुति: आचार्य कमलांश, ज्योतिष विशेषज्ञ।