सोनम रघुवंशी और राजा रघुवंशी केस, जिसे मेघालय हनीमून मर्डर केस के रूप में जाना जाता है, एक जटिल और सनसनीखेज मामला है। नीचे इस केस का डेट-वाइज घटनाक्रम दिया गया है, जो विभिन्न समाचार स्रोतों और उपलब्ध जानकारी पर आधारित है। यह ध्यान रखें कि कुछ तारीखों और विवरणों में मामूली अंतर हो सकता है, क्योंकि अलग-अलग स्रोतों में थोड़ी भिन्नता हो सकती है।
राजा रघुवंशी हत्याकांड का डेट-वाइज घटनाक्रम:
11 फरवरी 2025: सोनम रघुवंशी और राजा रघुवंशी का रोका (सगाई) हुआ। दोनों परिवारों की सहमति से यह रिश्ता तय हुआ। सोनम ने कथित तौर पर इसी समय से राजा की हत्या की साजिश शुरू कर दी थी।
11 मई 2025: इंदौर में सोनम और राजा की शादी हुई। शादी दोनों परिवारों की मर्जी से हुई थी, लेकिन सोनम का दावा है कि यह शादी परिवार के दबाव में हुई। शादी का कार्ड यूनिक था, जिसमें कार्टून इमेज छपी थी।
सोनम का कथित प्रेमी राज कुशवाहा, जो सोनम के पिता की प्लाईवुड फैक्ट्री में सुपरवाइजर था, इस समय भी सोनम के संपर्क में था।
12-15 मई 2025 शादी के बाद सोनम राजा के घर में रही, लेकिन उसने राजा को अपने करीब नहीं आने दिया। इस दौरान वह अपने मायके भी गई।
सोनम ने अचानक हनीमून का प्लान बनाया।
16 मई 2025: सोनम और राज कुशवाहा ने इंदौर के सुपर कॉरिडोर में मुलाकात की और राजा की हत्या की साजिश को अंतिम रूप दिया। राज कुशवाहा ने अपने दोस्तों विशाल चौहान, आकाश राजपूत, और आनंद कुर्मी को इस साजिश में शामिल किया।
राज कुशवाहा ने सोनम के साथ रात में छह घंटे तक फोन पर हत्या की योजना बनाई।
20 मई 2025: सोनम और राजा हनीमून के लिए इंदौर से मेघालय के लिए रवाना हुए। सोनम ने हनीमून की पूरी योजना बनाई थी, जिसमें टिकट बुकिंग और होटल आरक्षण शामिल थे।
दोनों पहले गुवाहाटी पहुंचे और कामाख्या मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद वे शिलांग के लिए रवाना हुए।
21 मई 2025: सोनम और राजा शिलांग पहुंचे। वे होटल में रुके और स्थानीय पर्यटन स्थलों का दौरा शुरू किया।
सुपारी किलर (विशाल, आकाश, और आनंद) भी शिलांग पहुंचे और सोनम के ठिकाने से कुछ दूरी पर ठहरे।
22 मई 2025: सोनम और राजा शिलांग के पर्यटन स्थलों, जैसे डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज और नोंग्रियाट गांव, घूमने गए।
सीसीटीवी फुटेज में दोनों को होटल से निकलते देखा गया। एक संदिग्ध लाल कार का पीछा करते हुए दिखाई दी।
एक स्थानीय टूरिस्ट गाइड, अल्बर्ट पी.डी., ने बताया कि उस दिन सोनम और राजा के साथ तीन अन्य लोग भी थे।
23 मई 2025: सोनम और राजा सुबह होटल से घूमने के लिए निकले। सीसीटीवी फुटेज में दोनों को साथ देखा गया।
दोपहर 1:30 बजे के आसपास, सोनम ने अपनी सास उमा रघुवंशी से फोन पर बात की। उसने कहा कि वह उपवास पर है और कॉफी में दूध ज्यादा होने के कारण उसे फेंक दिया। हालांकि, होटल स्टाफ ने बताया कि सोनम ने उस दिन भरपेट लंच किया था।
दोपहर 2:00 बजे के आसपास, राजा की हत्या कर दी गई। सुपारी किलर विशाल चौहान ने पहला वार किया, और अन्य किलर (आकाश और आनंद) ने मिलकर हत्या को अंजाम दिया। हत्या के लिए डाव (छोटी कुल्हाड़ी) का इस्तेमाल किया गया, जिसे गुवाहाटी से ऑनलाइन मंगवाया गया था।
राजा का शव वेईसावडॉन्ग झरने के पास एक गहरी खाई में फेंक दिया गया।
हत्या के बाद, सोनम और तीनों सुपारी किलर शिलांग से चेरापूंजी गए।
24 मई 2025: सोनम और सुपारी किलर चेरापूंजी से गुवाहाटी पहुंचे। वे एक लॉज में रुके।
राजा और सोनम की किराए की स्कूटी सोहरा के पास एक सुनसान जगह पर लावारिस हालत में मिली। इससे पुलिस को मामले की गंभीरता का अहसास हुआ।
दोनों के लापता होने की शिकायत दर्ज की गई, और पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
25 मई 2025: गुवाहाटी से सोनम और सुपारी किलर अलग-अलग रास्तों से रवाना हुए। सोनम ट्रेन से इंदौर पहुंची और राज कुशवाहा से मुलाकात की।
सुपारी किलर भी अपने-अपने ठिकानों पर लौट गए।
27 मई 2025: पुलिस को राजा और सोनम की किराए की स्कूटी के साथ कुछ सामान, जैसे चाबियां और रेनकोट, मिला।
2 जून 2025: राजा रघुवंशी का शव वेईसावडॉन्ग झरने के पास गहरी खाई में मिला। पोस्टमॉर्टम से पुष्टि हुई कि उसकी हत्या धारदार हथियार से की गई थी।
सोनम अभी भी लापता थी, जिससे कई सिद्धांत सामने आए, जैसे अपहरण या साजिश।
7 जून 2025: मेघालय पुलिस ने "ऑपरेशन हनीमून" शुरू किया। 20 विशेषज्ञ अधिकारियों और 120 पुलिसकर्मियों की टीम ने जांच तेज की।
पुलिस ने एक साथ कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की और केस में प्रगति की।
8 जून 2025: टेक्निकल सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने ललितपुर से आकाश राजपूत को गिरफ्तार किया।
विशाल चौहान और राज कुशवाहा को इंदौर से गिरफ्तार किया गया।
आनंद कुर्मी को सागर से गिरफ्तार किया गया।
9 जून 2025: सोनम रघुवंशी ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के नंदगंज थाना क्षेत्र में एक ढाबे (काशी ढाबा) पर सरेंडर किया। वह रात करीब 1 बजे ढाबे पर पहुंची और ढाबा मालिक साहिल यादव से फोन मांगकर अपने भाई गोविंद से बात की। वह फूट-फूटकर रो रही थी।
सोनम ने पुलिस को बताया कि उसे अगवा किया गया था और अपहरणकर्ताओं ने उसे गाजीपुर छोड़ा, लेकिन पुलिस ने इसे साजिश का हिस्सा माना।
मेघालय पुलिस गाजीपुर पहुंची और सोनम को हिरासत में लिया। उसे तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर शिलांग ले जाया गया।
चार अन्य आरोपियों (राज कुशवाहा, विशाल, आकाश, और आनंद) को भी गिरफ्तार किया गया।
मेघालय के डीजीपी आई. नोंगरंग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुपारी किलिंग की पुष्टि की।
10 जून 2025: मेघालय पुलिस ने सोनम को गाजीपुर से गुवाहाटी के रास्ते शिलांग ले जाया। रात में उसे सदर थाने और फिर मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया।
पुलिस ने इंदौर और गाजीपुर में आरोपियों के घरों से सबूत जुटाए, जिसमें विशाल चौहान के हत्या के समय पहने कपड़े शामिल थे।
चारों सुपारी किलर ने इंदौर और शिलांग पुलिस के सामने हत्या की बात कबूल की।
11 जून 2025: सोनम ने शिलांग में पुलिस पूछताछ के दौरान राजा की हत्या में अपनी संलिप्तता कबूल की। पुलिस ने उसके सामने डिजिटल सबूत, कॉल रिकॉर्ड्स, और व्हाट्सएप चैट पेश किए, जिसके बाद वह टूट गई।
मेघालय पुलिस ने सोनम और राज कुशवाहा का आमना-सामना कराया।
सभी पांच आरोपियों (सोनम, राज कुशवाहा, विशाल, आकाश, और आनंद) को शिलांग कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने सोनम को तीन दिन और अन्य आरोपियों को आठ दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा।
पुलिस ने क्राइम सीन को रीक्रिएट करने की तैयारी शुरू की।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना को समाज के लिए सबक बताया और सख्त सजा की मांग की।
अतिरिक्त जानकारी:
साजिश का मकसद: सोनम राज कुशवाहा से शादी करना चाहती थी, लेकिन परिवार के दबाव में उसकी शादी राजा से हो गई। उसने राज कुशवाहा के साथ मिलकर 20 लाख रुपये में सुपारी किलर हायर किए।
सबूत: पुलिस को कॉल रिकॉर्ड्स, सीसीटीवी फुटेज, व्हाट्सएप चैट, और हत्या में इस्तेमाल हथियार से जुड़े डिजिटल सबूत मिले।
परिवार का रुख: राजा के परिवार ने सोनम और अन्य आरोपियों के लिए फांसी की मांग की। सोनम के पिता देवी सिंह ने अपनी बेटी को निर्दोष बताया, जबकि उसकी मां ने ज्यादा टिप्पणी करने से इनकार किया।
सामाजिक प्रभाव: यह केस सोशल मीडिया पर छाया रहा, और लोग इसे "बेवफा सोनम" कहकर ट्रेंड कर रहे थे।