मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की Wildlife Policy का असर दिखाई देने लगा है। मध्य प्रदेश का कान्हा नेशनल पार्क, भारत में टाइगर्स के लिए सबसे बेस्ट जंगल माना गया है। यहां पर टाइगर के लिए वह सब कुछ है, जो भारत में किसी और जंगल में नहीं है। उल्लेख करना जरूरी है कि डॉ मोहन यादव ने मुख्यमंत्री का चार्ज संभालते ही स्पष्ट कर दिया था कि वह, सभी प्रकार के वन्य जीवों के लिए, जंगल को उपयुक्त और सुरक्षित बनाने के लिए काम कर रहे हैं। अभी तो मध्य प्रदेश का "एलीफेंट लैंड" बाकी है।
टाइगर्स के लिए कान्हा वन से बढ़िया कुछ भी नहीं: WII Dehradun की रिपोर्ट
Kanha Tiger Reserve को best tiger habitat घोषित किए जाने पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वन अमले को बधाई दी। उन्होंने कहा कि अन्य tiger reserves भी इस दिशा में सकारात्मक पहल करेंगे। Wildlife Institute of India (WII), Dehradun की रिपोर्ट के अनुसार, Kanha Tiger Reserve में herbivorous wildlife की संख्या देश में सर्वाधिक है। इसे best tiger habitat क्षेत्र घोषित किया गया है।
About Kanha Tiger Reserve
Kanha Tiger Reserve मध्य प्रदेश के मंडला जिले में स्थित है। इसका कुल क्षेत्रफल 2,074 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें 917.43 वर्ग किलोमीटर core area और 1,134 वर्ग किलोमीटर buffer zone शामिल है। Kanha Tiger Reserve wildlife conservation में देश में अग्रणी है। WII, Dehradun की रिपोर्ट के अनुसार, Kanha Tiger Reserve में herbivorous wildlife की संख्या 1,02,485 है, जिनका प्रति वर्ग किलोमीटर घनत्व 69.86 है।
कान्हा टाइगर रिजर्व को किस आधार पर सबसे बेस्ट घोषित किया
Sanctuary का कुल biomass 12.6 लाख किलोग्राम (8,602.15 किलोग्राम/वर्ग किलोमीटर) है। यहाँ chital, sambar, gaur, wild boar, barking deer, nilgai, और hog deer की बहुतायत है। इस आधार पर Kanha Tiger Reserve को tiger population growth के लिए आदर्श निवास घोषित किया गया है। Herbivorous species की संख्या में निरंतर वृद्धि ने इसे जैविक रूप से समृद्ध और संतुलित wildlife ecosystem बनाया है।
डॉ मोहन यादव की भूमिका
Kanha Tiger Reserve अपने आप में समृद्ध जंगल है। डॉक्टर मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद, जब उन्होंने अपने प्राणियों के प्रति अपनी पॉलिसी को सार्वजनिक किया तो फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने कान्हा नेशनल पार्क को भारत का नंबर वन नेशनल पार्क बनाने के लिए रणनीति बनाना शुरू कर दिया। यहाँ वर्षभर grassland maintenance, water source development, shrub clearing, lantana eradication, और tiger prey species की संख्या बढ़ाने के लिए habitat improvement कार्य किए गए। गर्मियों में water scarcity से निपटने के लिए artificial water ponds, solar borewells, और तालाबों का गहरीकरण व सफाई नियमित रूप से किए गए। Sanctuary में M-STrIPES mobile app के माध्यम से सतत निगरानी की गई। अप्रैल 2025 में 88,600 किलोमीटर क्षेत्र में patrolling, देश में सर्वाधिक, की गई।
Core area से गाँवों के relocation के बाद पुनर्जनन grasslands ने wildlife को मानवीय हस्तक्षेप के बिना फलने-फूलने का अवसर दिया। उच्च जनसंख्या वाले क्षेत्रों से कम घनत्व वाले क्षेत्रों में chital जैसी प्रजातियों का relocation किया गया। विभिन्न grasslands को जोड़ने वाले corridors बनाए गए, जिससे barasingha, chital, और gaur को मुक्त विचरण की स्वतंत्रता मिली।
Forest staff को नियमित training और WII, Dehradun से technical guidance के माध्यम से डेटा की reliability और scientific accuracy सुनिश्चित की गई। Banjara Valley में पहले से अधिक घनत्व होने के कारण Halan Valley में grassland development और प्रजातियों के sustainable relocation से herbivorous species की संख्या में वृद्धि हुई।
Kanha Tiger Reserve विविध habitat types और सशक्त management के कारण देश के sanctuaries में शीर्ष पर है। इसका उच्च biomass, संतुलित species distribution, और न्यूनतम human-wildlife conflict इसे अन्य sanctuaries के लिए model बनाता है।