CM मोहन यादव ने सोनम को सर्च करने के लिए CBI सपोर्ट मांगा, अमित शाह से बात की

मध्य प्रदेश के इंदौर से हनीमून के लिए मेघालय के शिलांग गए नवविवाहित जोड़े राजा और सोनम रघुवंशी के मामले ने पूरे देश का ध्यान खींचा है। इस घटना ने मेघालय में पर्यटन की सुरक्षा और अपराध की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस मामले की जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से सहायता की मांग की है और इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बातचीत की है। उम्मीद जताई जा रही है कि रविवार से सीबीआई इस मामले को अपने हाथ में ले सकती है।

23 मई से दोनों के मोबाइल स्विच ऑफ है

11 मई 2025 को इंदौर के साकार नगर निवासी राजा रघुवंशी (30) और कुशवाह नगर की सोनम रघुवंशी की शादी हुई थी। 20 मई को यह जोड़ा हनीमून के लिए मेघालय के शिलांग गया। 22 मई को वे मावलखियाट गाँव पहुँचे और वहाँ से नोंग्रियाट गाँव में प्रसिद्ध "लिविंग रूट्स ब्रिज" देखने गए। उन्होंने शिलांग के सागर सेन सामला से एक एक्टिवा स्कूटी किराए पर ली थी। 23 मई को उनकी आखिरी बार परिवार से फोन पर बात हुई, जिसमें सोनम ने अपनी सास से अपनी स्थिति और उपवास की चर्चा की थी। इसके बाद दोनों के फोन बंद हो गए।

नवविवाहिता सोनम रघुवंशी अब तक लापता है

2 जून को मेघालय पुलिस ने ड्रोन की मदद से पूर्वी खासी हिल्स के सोहरा (चेरापूंजी) में वेइसाडोंग झरने के पास एक गहरी खाई में राजा का शव बरामद किया। शव की पहचान उनके दाहिने हाथ पर बने "राजा" टैटू से हुई। पोस्टमॉर्टम में पुष्टि हुई कि उनकी हत्या एक धारदार हथियार "दाओ" (मछेती) से की गई। शव के पास एक महिला की सफेद शर्ट, दवाइयों की स्ट्रिप, एक स्मार्टवॉच, और राजा का मोबाइल मिला, लेकिन उनकी सोने की चेन, अंगूठियाँ, और पर्स गायब थे। सोनम का कोई सामान नहीं मिला, और वह अब तक लापता है।

सोनम रघुवंशी के परिवार और समाज की आशंकाएँ

परिवार और रघुवंशी समाज को शक है कि यह एक सुनियोजित अपहरण और हत्या का मामला है। उनकी प्रमुख आशंकाएँ और संभावनाएँ इस प्रकार हैं:
अपहरण और मानव तस्करी: परिवार को डर है कि सोनम का अपहरण कर बांग्लादेश ले जाया गया हो, क्योंकि घटनास्थल से बांग्लादेश सीमा ज्यादा दूर नहीं है। राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने कहा, "स्थानीय लोगों से सुना है कि नए जोड़ों को निशाना बनाकर लड़कियों को बांग्लादेश ले जाया जाता है।"
लूटपाट का इरादा: राजा के गहने और नकदी गायब होने से परिवार का मानना है कि लूटपाट के बाद हत्या की गई।
स्थानीय संलिप्तता: परिवार को होमस्टे कर्मचारियों, स्कूटी रेंटल एजेंट, और एक कैफे संचालक पर शक है, जिनके साथ कथित तौर पर राजा और सोनम का विवाद हुआ था। सोनम के पिता देवी सिंह ने दावा किया कि एक सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध व्यक्ति होटल में उनकी तस्वीरें लेता दिखा।

तलाश कर रहे भाई को धमकियाँ 

सोनम के भाई गोविंद, जो शिलांग में तलाशी अभियान में शामिल हैं, ने दावा किया कि उन्हें धमकियाँ मिल रही हैं। रघुवंशी समाज ने भी इसकी पुष्टि की।

मेघालय पुलिस ने एक रेनकोट और दाओ बरामद किया है, लेकिन परिवार ने रेनकोट के साइज को लेकर पुलिस के दावों को खारिज किया। 22 मई का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें राजा और सोनम होटल में एक्टिवा से पहुँचते दिख रहे हैं।

मेघालय के मुख्यमंत्री से बात करने के बाद CBI की मांग

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा से बात की और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सीबीआई जांच की सिफारिश की। यादव ने सोशल मीडिया पर कहा, "संकट की इस घड़ी में मध्यप्रदेश सोनम रघुवंशी के परिवार के साथ खड़ा है। मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मेघालय पुलिस के संपर्क में हैं।" उम्मीद है कि रविवार से सीबीआई इस मामले को अपने हाथ में ले सकती है। 

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बताया 

संकट की इस घड़ी में मध्यप्रदेश श्रीमती सोनम रघुवंशी के परिवार के साथ खड़ा है। मैंने इस संबंध में मेघालय के मुख्यमंत्री से चर्चा की है। मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मेघालय के अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क में हैं। इस प्रकरण में सीबीआई जाँच आदेशित करने हेतु मैंने माननीय केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी से आग्रह किया है। श्रीमती सोनम रघुवंशी की सुरक्षित वापसी हेतु हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सीबीआई जांच की मांग क्यों की?

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा इस प्रकार सीबीआई की मांग करने से, एक संदेश यह भी स्पष्ट होता है कि मेघालय के मुख्यमंत्री इस मामले में गंभीर नहीं है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री इस मामले में व्यक्तिगत रुचि ले रहे हैं, वह मेघालय के मुख्यमंत्री पर दबाव बना रहे हैं परंतु मेघालय के मुख्यमंत्री के लिए यह एक सामान्य घटना है और वह सोनम को सर्च करने की बजाय मामले के ठंडे हो जाने का इंतजार कर रहे हैं। यह भी संभावना है कि दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री के बीच बातचीत के दौरान कुछ अप्रत्याशित हुआ हो।

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस मामले में हस्तक्षेप किया है। चौहान ने सोनम के भाई गोविंद से फोन पर बात की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। रघुवंशी समाज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सीबीआई जांच, सोनम की सुरक्षित वापसी, और तलाश में जुटे परिजनों की सुरक्षा की मांग की है।

परिवार और समाज ने मेघालय पुलिस पर लापरवाही और मामले को दबाने का आरोप लगाया है। सोनम के पिता ने दावा किया कि जब दोनों लापता हुए, कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी को चारों तरफ से घेर लिया था, लेकिन पुलिस ने इसकी ठीक से जांच नहीं की।

सोनम रघुवंशी मामले में मीडिया की भूमिका

दिल्ली की हिंदी और अंग्रेजी मीडिया: दिल्ली के प्रमुख समाचार चैनलों और अखबारों (जैसे आज तक, एनडीटीवी, और टाइम्स ऑफ इंडिया) ने इस मामले को प्रमुखता से कवर किया है। आज तक ने इसे "हनीमून कपल मिस्ट्री" के रूप में पेश किया, जिसमें सीसीटीवी फुटेज और परिवार की आशंकाओं पर जोर दिया गया। एनडीटीवी ने मेघालय पुलिस की जांच और एसआईटी की प्रगति पर सवाल उठाए। टाइम्स ऑफ इंडिया ने इसे एक सुनियोजित हत्या बताया और मेघालय में पर्यटन सुरक्षा पर चिंता जताई। सोशल मीडिया पर लोग इसे मानव तस्करी से जोड़कर देख रहे हैं, और कुछ ने शिलांग में किसी "खौफनाक गिरोह" की मौजूदगी की आशंका जताई।

मेघालय की मीडिया की भूमिका

मेघालय के स्थानीय अखबारों ने इस घटना को गंभीरता से लिया है, लेकिन कुछ हद तक पुलिस के पक्ष को उजागर किया है। मेघालय पुलिस ने दावा किया कि वे एक दाओ (हत्या का हथियार) बरामद कर चुके हैं और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, और स्थानीय स्वयंसेवकों के साथ 150 वर्ग किलोमीटर में तलाशी अभियान चला रहे हैं। स्थानीय मीडिया ने मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा के बयान को प्रमुखता दी, जिसमें उन्होंने कहा, "हम पर्यटकों को अपने परिवार की तरह मानते हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से तलाशी और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहा हूँ।" हालांकि, कुछ स्थानीय अखबारों ने परिवार के आरोपों को कम कवरेज दी, जिससे उन पर मामले को दबाने का आरोप लगा।

मेघालय की क्राइम रिपोर्ट

मेघालय पुलिस की वेबसाइट के अनुसार, 2019 से 2023 तक शिलांग में 4,149 अपराध (IPC के तहत) दर्ज हुए, जिनमें 1,403 चोरी, 614 धोखाधड़ी, 71 हत्या, 300 बलात्कार, और 164 अपहरण के मामले शामिल हैं। 2013 से 2023 तक पूरे मेघालय में 1,125 हत्याएँ और 1,175 बलात्कार के मामले दर्ज हुए। ये आँकड़े बताते हैं कि अपहरण और हत्या जैसी घटनाएँ असामान्य नहीं हैं, लेकिन इस तरह की उच्च प्रोफाइल घटना, खासकर पर्यटकों के साथ, दुर्लभ है।

परिवार और कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया गया है कि शिलांग में नए जोड़ों को निशाना बनाने वाला कोई गिरोह सक्रिय हो सकता है, लेकिन इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। मेघालय में अपराध दर अन्य पूर्वोत्तर राज्यों की तुलना में मध्यम है, लेकिन पर्यटकों के लिए अपर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था और दुर्गम इलाकों में निगरानी की कमी चिंता का विषय है।

क्या मेघालय पर्यटन के लिए सुरक्षित है?

मेघालय अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है। शिलांग, चेरापूंजी, और लिविंग रूट्स ब्रिज जैसे आकर्षण हर साल हजारों पर्यटकों को खींचते हैं। हालांकि, इस घटना ने मेघालय में पर्यटन सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं:
सुरक्षा की कमी: परिवार ने शिकायत की कि घटनास्थल पर पार्किंग और सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं थी।
पुलिस की लापरवाही: परिवार और रघुवंशी समाज ने मेघालय पुलिस पर शुरुआती लापरवाही का आरोप लगाया, जिसके कारण समय पर कार्रवाई नहीं हुई।
दुर्गम इलाके: सोहरा और नोंग्रियाट जैसे क्षेत्र जंगलों और गहरी खाइयों से भरे हैं, जहाँ तलाशी और निगरानी मुश्किल है। भारी बारिश ने भी सर्च ऑपरेशन को प्रभावित किया।
स्थानीय सहयोग: कुछ स्थानीय लोगों और होमस्टे कर्मचारियों पर संदेह जताया गया है, लेकिन पुलिस ने इस दिशा में कोई ठोस प्रगति नहीं दिखाई।

मेघालय सरकार और पर्यटन विभाग पर्यटकों की सुरक्षा के लिए ड्रोन, एनडीआरएफ, और एसआईटी जैसी सुविधाएँ बढ़ाने का दावा करते हैं, लेकिन इस घटना ने इन दावों की पोल खोल दी है। पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वे दुर्गम क्षेत्रों में गाइड के साथ जाएँ और स्थानीय पुलिस एवं अन्य सभी प्रकार के हेल्पलाइन नंबर साथ रखें।

वर्तमान स्थिति और अपील

7 जून 2025 तक, सोनम की तलाश जारी है। परिवार ने उनके बारे में जानकारी देने वाले को 5 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। इंदौर में राजा के घर पर मार्मिक पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें लिखा है, "सोनम रघुवंशी की यही पुकार, कब देखेंगे घर का द्वार।" रघुवंशी समाज ने खरगोन में बाइक रैली निकालकर सीबीआई जांच की मांग की।

निष्कर्ष
यह मामला न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि मेघालय में पर्यटन सुरक्षा और अपराध नियंत्रण की कमियों को उजागर करता है। सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद उम्मीद है कि इस रहस्यमयी मामले की परतें जल्द खुलेंगी और सोनम की सुरक्षित वापसी हो सकेगी। देशभर में लोग इस घटना पर नजर रखे हुए हैं, और सोशल मीडिया पर #JusticeForRajaSonam जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।

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