भारत सरकार के प्रवर्तन निदेशालय ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) 2002 के तहत दर्ज मामले में कार्यवाही करते हुए पीपुल्स कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेस एंड रिसर्च सेंटर, पीपुल्स यूनिवर्सिटी, पीपुल्स इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट की जमीन, पेपर मिल, बिल्डिंग और मशीनरी को कुर्क किया है इसके अलावा, ग्रुप के होटल राजा भोज को भी सरकारी खाते में अटैच किया है। इस संपत्ति का मूल्य 230 करोड रुपए से अधिक है। यह जानकारी प्रवर्तन निदेशालय द्वारा ट्विटर (X) के माध्यम से दी गई।
पीपुल्स ग्रुप भोपाल के बारे में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जारी सूचना पढ़िए
ED has provisionally attached properties worth Rs. 230.4 Crore under the provisions of PMLA, 2002 in the form of the Land, Buildings and Machinery in the case of ‘Peoples Group, Bhopal, MP’. The attached properties include Colleges, Schools, Training Centre, Paper Mill, Newsprint machinery etc.
ऑफिशल मैसेज इस समाचार के अंत में अटैच किया गया है।
पीपुल्स वाले सुरेश विजयवर्गीय ने 594.65 करोड़ रुपए गलत तरीके से कमाए
जांच में पता चला कि साल 2000-2011 के दौरान पीपुल्स ग्रुप को ब्याज और अन्य माध्यमों से भी लाभ प्राप्त हुआ था। पता चला कि साल 2000 से 2022 तक एसएन विजयवर्गीय ने कंपनियों के जरिए 594.65 करोड़ की इनकम गलत तरीके से अर्जित की है। इस इनकम के उपयोग के लिए सार्वजनिक न्यास (SJPN नाम का ट्रस्ट) बनाया गया है। इसके ट्रस्टी खुद एसएन विजयवर्गीय हैं। यह भी सामने आया कि पीजी इंफ्रास्ट्रक्चर एंड सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के संपत्ति खरीद और संपत्ति निर्माण संबंधी 99% शेयर एसएन विजयवर्गीय के पास हैं।
ED has provisionally attached properties worth Rs. 230.4 Crore under the provisions of PMLA, 2002 in the form of the Land, Buildings and Machinery in the case of ‘Peoples Group, Bhopal, MP’. The attached properties include Colleges, Schools, Training Centre, Paper Mill, Newsprint… pic.twitter.com/Pz6zLsWrfH
— ED (@dir_ed) November 2, 2023