Legal advice- सोशल मीडिया पर किसी को बदनाम करने वाले के खिलाफ कौन सी धारा लगती है

Defamation on Social Media

सोशल मीडिया के कारण अब कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की जानकारी अथवा अपने विचार पलक झपकते ही हजारों लोगों तक पहुंचा देता है। कई बार कुछ शरारती लोग मिथ्या जानकारी प्रसारित करके किसी व्यक्ति विशेष को बदनाम करते हैं। आइए जानते हैं कि ऐसे व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की किस धारा के तहत मामला दर्ज करवाया जा सकता है और उसे कितनी सजा होगी। 

आईपीसी की धारा 500- गिरफ्तारी, जमानत, सजा एवं समझौता के प्रावधान

भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 500 के अंतर्गत मानहानि का मामला दर्ज किया जाता है। इसमें लिखे गए शब्द, बोले गए शब्द, किसी भी प्रकार का इशारा और संकेत सब कुछ शामिल है। 
1. किसी मृत व्यक्ति पर लांछन लगाना भी मानहानि का अपराध होता है। उसका उत्तराधिकारी या निकटतम रिश्तेदार नातेदार मामला दर्ज करा सकते हैं। 
2. किसी कम्पनी या संस्था या व्यक्ति के समूह को लांछन लगाना भी मानहानि का अपराध होगा।
3. किसी व्यक्ति पर कविता या व्यंग्य द्वारा लांछन लगाना मानहानि का अपराध होगा।
4. किसी की बौद्धिकता, सदाचार आदि पर लांछन लगाना भी मानहानि का अपराध होगा।

यह अपराध असंज्ञेय एवं जमानतीय अपराध है। इनकी सुनवाई किसी भी न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा की जा सकती है। सजा इस अपराध के लिए अधिकतम दो वर्ष की कारावास या जुर्माना या दोनों से दण्डित किया जा सकता है।

भारतीय दण्ड संहिता की धारा 500 का अपराध एक शमनीय अपराध है जानिए

दण्ड प्रक्रिया संहिता,1973 की धारा (1) के अनुसार मानहानि का अपराध एक समझौता योग्य अपराध हैं इसका समझौता बिना न्यायालय की आज्ञा अर्थात न्यायालय के बाहर उस व्यक्ति से किया जा सकता है जिसकी ख्याति को मान सम्मान को ठेस पहुची है। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) :- लेखक ✍️बी.आर. अहिरवार (पत्रकार एवं विधिक सलाहकार होशंगाबाद) 9827737665

इसी प्रकार की कानूनी जानकारियां पढ़िए, यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com

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