MAKAR SANKRANTI 2023- मकर संक्रांति के पर्व पर दान का विशेष महत्व है। यह पर्व सूर्य की विशेष उपासना का पर्व है। दान पुण्य के लिहाज से मकर संक्रांति का दिन बहुत ही खास महत्व रखता है। मकर संक्रांति पर कई चीजों का दान करना फलदायी होता है। दान पुण्य से सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है। जैसे कि-
गुड़ का दान
मकर संक्रांति पर गुड़ का दान अवश्य करना चाहिए. गुड़ का दान करने से गुरु, शुक्र और शनि तीनों ग्रहों की कृपा बरसती है।
नमक का दान
शास्त्रों के अनुसार, मकर संक्रांति पर नमक के दान से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है, इसलिए इस दिन नमक का दान करना चाहिए।
ऊनी वस्त्रों का दान
जातक की कुंडली से शनि और राहु के दोष को मिटाने के लिए मकर संक्रांति के दिन किसी गरीब और जरूरतमंद को ऊनी कपड़ों का दान करना चाहिए।
देशी घी से बने व्यंजनों का दान
घी का संबंध गुरु और सूर्य से माना जाता है, इसलिए मकर संक्रांति पर अपना भाग्य चमकाने के लिए देशी घी से बने व्यंजनों का दान करना चाहिए।
तेल का दान
मकर संक्रांति के दिन शनिदेव के मंदिर में तेल चढ़ाना बहुत ही शुभ होता है। इससे शनिदेव की कृपादृष्टि बनी रहती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का वास रहता है।
काली चीजों का दान
मकर संक्रांति के दिन काली चीजों का दान करने से सभी तरह के शनिदोष और राहु दोष दूर होते हैं। नए काले कपड़े, काले कंबल आदि का दान कर सकते हैं।
मूंगफली और रेवड़ी का दान
मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान करने के बाद गरीबों को रेवड़ी और मूंगफली खिलानी चाहिए।
पशुओं को खिलाएं चारा
मकर संक्रांति के दिन गाय को हरा चारा खिलाने का विशेष महत्व है. इससे घर में हमेशा खुशहाली रहती है।
दीपदान
मकर संक्रांति पर दीपदान का बड़ा महत्व होता है। इस दिन किसी मंदिर या पवित्र नदी में दीपदान अवश्य करना चाहिए, इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
चावल का दान
मकर संक्रांति के दिन किसी जरूरतमंद के घर पर चावल का दान करना बहुत ही लाभदायी है क्योंकि चावल का दान अक्षय दान है। जितना दान करते हैं, उसका सौ गुना वापस प्राप्त होता है।
खिचड़ी का दान
मकर संक्रांति के दिन चावल और काली उड़द दाल की खिचड़ी का दान करना बेहद शुभ होता है. इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं और आरोग्य का वरदान प्राप्त होता है।
तिल का दान
मकर संक्रांति पर काले तिल से बनी चीजें दान करने से सूर्यदेव, भगवान विष्णु जी और शनिदेव तीनों प्रसन्न होते हैं। मकर संक्रांति को तिल संक्रांति भी कहा जाता है. काले तिल के दान से दुर्भाग्य दूर होता है।