भोपाल। इधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि किसानों को खाद वितरण में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए और उधर रतलाम में हंगामा हो गया। कांग्रेस विधायक मनोज चावला ने खाद्य वितरण केंद्र का शटर खोलकर किसानों से खाद उठा ले जाने के लिए कहा। इसके कारण तनाव बढ़ गया और पुलिस कार्रवाई हुई। कलेक्टर ने इसके लिए एसडीएम को जिम्मेदार माना और तत्काल हटा दिया।
इंटरनेट पर अपनी गतिविधियों के लाइव अपडेट चलाने वाली मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा किसानों के लिए तैयार किया गया कंप्यूटर सर्वर घटिया निकला। किसान लाइन में खड़े हुए हैं और सर्वर डाउन चल रहा है। इसके कारण पूरे मध्यप्रदेश में कई जिलों में तनाव की स्थिति देखने को मिली। रतलाम में भारतीय जनता पार्टी के विधायक दिलीप मकवाना ने सर्वर डाउन होने की स्थिति में पावती के आधार पर खाद्य वितरण की व्यवस्था करवाई।
जब यही व्यवस्था आलोट विधानसभा में कांग्रेस विधायक मनोज चावला ने करवाना चाहा तो इंकार कर दिया गया। खाद्य वितरण केंद्र के अधिकारियों और विधायक के बीच जमकर बहस हुई। आक्रोशित कांग्रेस विधायक ने केंद्र का शटर खोलकर किसानों से पावती रखकर खाद उठा ले जाने के लिए कहा। किसानों ने विधायक के कहने पर खाद के बुरे उठा लिए। इधर वितरण केंद्र के अधिकारियों ने पुलिस बुला ली। पुलिस के कहने पर किसानों ने खाद के बोरे वापस कर दिए।
इसी बीच एसडीएम मनीषा वास्कले मौके पर पहुंच गई। उन्होंने पावती के आधार पर खाद्य वितरण करने से साफ इनकार कर दिया। एक बार फिर तनाव की स्थिति बन गई। जब कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी को इसके बारे में पता चला तो उन्होंने मनीषा वास्कले को एसडीएम के पद से हटाकर उनकी जगह त्रिलोचन गौड़ को नियुक्त कर दिया।
केंद्र प्रभारी भगतराम यदू ने बताया कि घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी। शाम पांच बजे तक खाद वितरण पावती और आधार कार्ड लेकर किया। अब स्टाक मिलाने के बाद पुलिस रिपोर्ट की जाएगी।