भोपाल। मध्यप्रदेश के देवास जिले की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एग्जीक्यूटिव इंजीनियर नारायण भिड़े को भरी मीटिंग में फटकार लगाते हुए कलेक्टर देवास को उनके द्वारा प्रस्तुत की गई रिपोर्ट की जांच करने के आदेश दिए हैं। मामला जल जीवन मिशन का है।
पॉलिटिक्स के पंडितों का कहना है कि मुख्यमंत्री की टीम चाणक्य ने बताया है कि इन दोनों योजनाओं के कारण उन्हें विधानसभा चुनाव 2023 में बड़ी संख्या में वोट मिलेंगे। इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रधानमंत्री आवास योजना एवं जल जीवन मिशन को काफी गंभीरता से ले रहे हैं। हर सुबह 1 जिले की समीक्षा बैठक लेते हैं और उन सभी योजनाओं की समीक्षा करते हैं जिनमें लोगों को सरकार की तरफ से कोई नया लाभ दिया जा रहा है।
देवास कलेक्टर ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत देवास जिले में ढाई लाख कनेक्शन का टारगेट है और अब तक सवा लाख कनेक्शन हो चुके हैं। एग्जीक्यूटिव इंजीनियर पीएचई नारायण भिड़े ने आंकड़े प्रस्तुत करना शुरू किया। सीएम शिवराज सिंह चौहान के पास शायद पहले से कोई इंफॉर्मेशन थी। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान ही आंकड़ों पर क्रॉस क्वेश्चनिंग शुरू कर दी। इसके बाद MP PHED के EE नारायण भिड़े को पकड़ते हुए कलेक्टर को निर्देशित किया कि वह इनकी आंकड़ों की जांच करें।
मुख्यमंत्री शिवराज, देवास पुलिस से भी नाराज
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने देवास पुलिस के प्रति भी नाराजगी प्रकट की है। उन्होंने सीधा सवाल किया कि क्या देवास में बिना लिए दिए FIR दर्ज की जाती है। उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाइन की पूरी रिपोर्ट मुझे चाहिए। सीएम ने कानून व्यवस्था की जानकारी लेते हुए कहा कि करप्शन कोढ़ है। इसे पूरी तरह से खत्म करना है।
यदि कोई भ्रष्टाचार में लिप्त है,तो मुझे तत्काल जानकारी दें, मैं ऐसे लोगों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ूंगा। करप्शन पर जीरो टॉलरेंस है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 26, 2022
आज देवास जिले के विकास कार्यों की प्रगति एवं जनहितकारी योजनाओं के विषय में जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। https://t.co/waJEpnz2f2 https://t.co/zyCngfF9Hy pic.twitter.com/aRXKMLOeAR