उपदेश अवस्थी। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 का अभियान शुरू हो चुका है। रणनीति बन चुकी हैं और उन पर काम भी शुरू हो गया है। कमलनाथ का लास्ट चांस है इसलिए वह पूरी ताकत लगा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के अंदर से भी शिवराज सिंह को चुनौतियां मिल रही हैं, लेकिन शिवराज सिंह के पास हमेशा एक मास्टर प्लान होता है। सन 2023 में मध्यप्रदेश में साल भर मोदी-मोदी गूंजता रहेगा।
मध्यप्रदेश में घायल कमलनाथ, हारे हुए राजा दिग्विजय सिंह, नाराज कर्मचारी, आक्रोशित बेरोजगार और लगातार साजिश रच रहे अपनी ही भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से निपटने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक ऐसा मास्टर प्लान तैयार किया है जिसके सामने सारी प्लानिंग, अभियान, जोड़ो यात्रा और तोड़ो कॉन्फ्रेंस सहित सभी प्रकार की साजिश फेल हो जाएंगी।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मिशन 2030 के तहत 5 मेगा प्रोजेक्ट रेडी किए हैं। जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इनवाइट किया जा रहा है। पीएम मोदी के आने से आयोजन अपने आप बड़ा हो जाता है। टारगेट है कि मोदी की एक सभा में कम से कम ढाई लाख लोग उपस्थित रहें। सबसे बड़ी बात यह है कि शिवराज सिंह से नाराज होकर भाजपा को नुकसान पहुंचाने वाले सभी नेता पार्टी लाइन पर खड़े दिखाई देंगे।
दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह है कि जहां एक और कमलनाथ मध्यप्रदेश में सरकार की खामियां बताकर लोगों को असंतुष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर एक के बाद एक 5 मेगा प्रोजेक्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्राओं के कारण मध्यप्रदेश में चारों तरफ विकास और तरक्की दिखाई देने लगेगी।