सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले में त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन को लेकर प्रशासन सख्त है। चुनाव ड्यूटी और कार्यों में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पंचायत चुनाव के प्रथम चरण में मतदान दल के प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहने पर 3 कर्मचारियों की तत्काल प्रभाव से सेवा समाप्त करने के निर्देश जारी किए गए हैं। वहीं 4 कर्मचारियों को निलंबित करने और 6 विभाग प्रमुखों को कलेक्टर दीपक आर्य ने कारण बताओ नोटिस थमाए हैं।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक आर्य ने निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरतने और अनुपस्थिति रहने पर सख्त कार्रवाई करते हुए प्रथम चरण में मतदान दल के प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहे सौरभ जैन संविदा लेखापाल जनपद शिक्षा केंद्र सागर, आलिया नाज संविदा शिक्षक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मसूरियाई जैसीनगर और हेमंत रैकवार डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर की तत्काल प्रभाव से सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए हैं।
साथ ही शारदा कलासिया नगर पालिका परिषद मकरोनिया, श्रीबाई अहिरवार नगर पालिका परिषद मकरोनिया और नेपाल कोल कार्यालय सहायक नियंत्रक नापतोल विभाग, चंद्रदेव चौबे सहायक शिक्षक प्राथमिक शाला कोलुआ संकुल केंद्र पराश्रीकलां को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है।
कलेक्टर आर्य ने विभाग प्रमुखों से अपने-अपने विभाग के तहत कार्य करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों जो गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, दिव्यांग या गर्भवती है। जिन कर्मचारियों के बच्चे 1 वर्ष से छोटे हैं, उनकी सूची तत्काल स्थानीय निर्वाचन कार्यालय में पेश करने के आदेश जारी किए थे।लेकिन आदेश के बाद भी जानकारी प्रस्तुत नहीं करने पर शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शाहपुर, शासकीय पॉलिटेक्निक खुरई, महिला विद्यालय सागर विकासखंड शिक्षा अधिकारी सागर, मध्यप्रदेश लार्जेस्ट एवं वेयरहाउस सागर और मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी सागर के विभाग प्रमुखों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आर्य ने बताया कि निर्वाचन से सभी जुड़े हुए कार्यों को समयसीमा में नहीं करने पर यह कार्रवाई की गई है। सभी अधिकारी व कर्मचारी अपने-अपने दायित्वों को जो स्थानीय निर्वाचन कार्यालय द्वारा दिए गए हैं समय पर पूर्ण करें।