Khargone Files- वह तो लूटपाट करने आए थे, घर जला कर चले गए - MP NEWS

खरगोन
। पिछले दिनों हुई हिंसा का कड़वा सच सामने आने लगा है। जो लोग आए थे ना तो उनका ब्रेनवाश किया गया था और ना ही वह किसी भी प्रकार के मिशन पर थे। वह तो अपराधी हैं, लूटपाट करने आए थे। घर में घुसे सारा सामान लूटा और आग लगा कर चले गए। 

खरगोन में 75 से ज्यादा मकान लूटपाट का शिकार हुए

खरगोन में 75 से ज्यादा मकान इसी तरह की आपराधिक लूटपाट के शिकार हुए हैं। उनके घर में रखे स्वर्ण आभूषण, मूल्यवान सामान यहां तक कि अनाज भी लूट ले गए। जाते-जाते घर में आग लगा गए। 35 से ज्यादा मकान पूरी तरह से खत्म हो गए हैं। कुछ घरों में तो लोहे का फर्नीचर और पीतल के बर्तन तक नहीं बचे। 

दहेज का सामान लूट ले गए, केवल भगवान की मूर्ति छोड़ गए

संजय नगर की लक्ष्मी मुछाल की शादी 14 अप्रैल को थी। 11 अप्रैल को उसे हल्दी लगनी थी। एक दिन पहले घर लूट लिया। लक्ष्मी के भाई सतीश और बहन अनिता मुछाल बताते हैं कि उपहार का सामान, कपड़े और राशन सब लूटकर चले गए, केवल भगवान की मूर्ति और फोटो ही छोड़ गए हैं। 

हिंसा के कारण कई शादियां स्थगित नहीं रद्द हो गई

खरगोन का इस प्रकार का चित्र सामने आने के बाद कई शादियां स्थगित नहीं हुई बल्कि रद्द कर दी गई। संबंधियों का कहना था कि ऐसे शहर में रिश्ता नहीं कर सकते जहां हर त्यौहार पर जान का खतरा बना रहे। 

बच्चों की तलाश में निकली लक्ष्मी का अब तक पता नहीं चला

महिला का नाम लक्ष्मी सरोनिया है। परिवार वाले उनके साथ किसी अनहोनी की आशंका से सहमे हैं। अभी तक पुलिस को लक्ष्मी के बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिल पाई है। लक्ष्मी की लम्बाई लगभग 5 फिट और रंग गोरा है। घटना के समय उन्होंने चॉकलेटी रंग का सलवार सूट पहन रखा था। बच्चे जुलूस में शामिल होने गए थे। हिंसा का समाचार मिलते ही लक्ष्मी, बच्चों की तलाश में घर से निकल गई थी। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !