नई दिल्ली। Employees' Provident Fund Organisation द्वारा भारत के इतिहास में दूसरी बार कर्मचारियों को उनके प्रोविडेंट फंड पर इतनी कम दर (8.1 प्रतिशत) पर ब्याज मिलने वाला है। केंद्रीय कर्मचारियों एवं राज्य शासन के कर्मचारियों में चिंता की स्थिति बन गई है। क्या उनके पीएफ अकाउंट में निर्धारित समय पर ब्याज जमा हो जाएगा या फिर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की ओर से कोई कारण बताया जाएगा।
Employees news- अभी तो EPFO ब्याज दर पर वित्त मंत्रालय की मुहर लगना बाकी
इधर देशभर में कर्मचारी अपने प्रोविडेंट फंड पर ब्याज का इंतजार कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा घोषित की गई नवीन ब्याज दर पर वित्त मंत्रालय की मंजूरी मिलना बाकी है। वैसे यह एक सामान्य प्रक्रिया है और इसमें कोई परेशानी नहीं आएगी परंतु समय तो लगेगा। सूत्रों के हवाले से जो खबरें आ रही हैं उसके हिसाब से जून के महीने में कर्मचारियों को उनके भविष्य निधि खाते में ब्याज मिल जाएगा, परंतु इस बारे में अभी तक कोई ऑफिशल स्टेटमेंट नहीं आया है।
EPFO की ब्याज दर 2015 से 2020 तक
EPFO ने फिस्कल ईयर 2019-2020 में 8.5% ब्याज दिया था। उसके बाद फिस्कल ईयर 2020-2021 में भी 8.5% ही ब्याज मिला था। जबकि 2018-19 में EPFO ने 8.65% ब्याज दिया था। फिस्कल ईयर 2017-18 में 8.55% ब्याज मिला। फिसक्ल ईयर 2016-17 में 8.65% ब्याज मिला और फिस्कल ईयर 2015-16 में 8.8% ब्याज मिला था। कर्मचारियों से संबंधित महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP karmchari news पर क्लिक करें.