बाघ की जीभ में कांटे क्यों होते हैं, इंसानों के प्रति व्यवहार कैसा है - GK in Hindi

दुनिया में बाघों की संख्या कम होती जा रही है क्योंकि इंसान अपनी बहादुरी दिखाने के लिए और तस्करी करके मोटा पैसा कमाने के लिए बाघों का शिकार कर रहे हैं लेकिन क्या आप जानते हैं बाघ इंसानों का शिकार नहीं करता। वह इंसानों पर केवल तभी हमला करता है जब उसे किसी प्रकार का डर लग रहा हो। या फिर वह बहुत अधिक भूखा हो और उसके पास शिकार के लिए कोई विकल्प ना हो।

क्या टाइगर की जीभ में कांटे होते हैं 

आप यदि ध्यान से देखेंगे तो बाघ की जीभ में विशेष प्रकार के कांटे होते हैं। यह कांटे इतने ताकतवर और नुकीले होते हैं कि यदि बाघ आपको प्यार से भी चाट ले तो आपकी त्वचा निकल जाएगी और गहरा घाव हो जाएगा। बाघ की जीभ के कांटे किसी भी प्राणी की त्वचा और मांस को अलग करके हड्डी को बाहर निकाल सकते हैं। बाघ अपनी जीभ का उपयोग शिकार को खाने से पहले उसे साफ करने के लिए करते हैं। बाघ की जीभ इतनी खुरदरी होती है कि दीवार पर लगा हुआ पेंट एक बार में हटाया जा सकता है। 

टाइगर की दहाड़ कितनी खतरनाक होती है 

एक टाइगर जब दहशत फैलाने के लिए गर्जना करता है तो उसकी आवाज सुनने वाले को लकवा मार सकता है। जानवर हो या इंसान कोई भी बाघ की दहाड़ का सामना नहीं कर सकता। ऐसा इसलिए हो पाता है क्योंकि बाघ की वोकल-कॉर्डस काफी दमदार होती है।

बाघ के पैर कितने मजबूत होते हैं 

केवल दहाड़ और जीभ ही नहीं बल्कि टाइगर के पैर भी काफी मजबूत होते हैं। यह इतने अधिक शक्तिशाली होते हैं कि टाइगर की मृत्यु हो जाने के बाद भी उस की डेड बॉडी पैरों पर खड़ी रह सकती है। जब तक उसे धकेला ना जाए, वह जमीन पर नहीं गिरेगा। इन्हीं मजबूत पैरों के कारण टाईगर अपने शिकार को दबोच कर मार डालता है। इतना ताकतवर होने के बावजूद टाइगर हमेशा पीछे से हमला करता है, सामने से हमला नहीं करता। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article

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