सत्येंद्र उपाध्याय/शिवपुरी। शिवपुरी जिले की कोलारस तहसील के एक गांव में 24 घंटे के अंदर 3 आदिवासी बच्चों की जबकि तीन अन्य बच्चे गंभीर रूप से बीमार होकर अस्पताल में भर्ती है। सभी बच्चों ने 2 दिन पहले तरबूज खाया था। बच्चों में COVID-19 के लक्षण दिखाई दे रहे हैं परंतु प्राथमिक जांच में कोरोना नेगेटिव आया है। ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर भी समझ नहीं पा रहे हैं कि मृत्यु का कारण क्या है।
एक के बाद एक 3 बच्चों की मौत
गांव ही शिवचरण आदिवासी ने बताया है कि दो दिन पहले गांव में एक युवक तरबूज बेचने आया था। तरबूज खाने के बाद नीलम पुत्री हक्के आदिवासी उम्र 12 साल और प्रियंका पुत्री सुखदेव उम्र 4 साल की दर्दनाक मौत हो गई। उसके बाद देखा तो गांव में ही 4 अन्य मासूमों की हालात खराब हो रही है। जिसके चलते परिजन चमेली पुत्री शिवचरण आदिवासी उम्र 8 साल, राखी पुत्री राजमल,सागर पुत्री राजमल,करनू आदिवासी को लेकर कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने नीलम पुत्री हक्के आदिवासी उम्र 12 साल की गंभीर हालात को देखते हुए जिला चिकित्सालय रैफर कर दिया। जहां मासूम की जिला चिकित्सालय पहुंचने से पहले मौत हो गई।
CORONA नहीं लेकिन गांव की सीमाएं सील
एक गांव में तीन तीन मासूमों की मौत के बाद प्रशासन अलर्ट हुआ और पूरी टीम गांव में पहुंची। कोरोना के कहर के बीच प्रशासन ने इस गांव में लोगों के सेम्पल लिए है। जिन्हें खांसी जुखाम बुखार है परंतु अभी भी यह रहस्य बना हुआ है कि गांव में बच्चों की मौत का कारण तरबूज है या फिर तरबूज वाले के साथ आया कोरोनावायरस। प्रशासन ने अब इस गांव की सभी सींमाओं को सील कर दिया है।
बच्चों की मौत का कारण समझ में नहीं आ रहा: BMO
अभी हम वही से लौट रहे है। समझ नहीं आ रहा है कि यह क्या हो रहा है। बच्चों को उल्टी हो रही है हल्का का बुखार आ रहा है उसके बाद उनकी मौत हो रही है। अभी तक 3 बच्चों की मौत हो गई है। इसके लिए कुूछ बच्चों का हमने किट से कोविड का सेम्पल भी लगाया है परंतु उसमें उनकी जांच निगेटिव आ रही है। कुछ का सेम्पल हमने RTPCR में भेजा है। गांव में अन्य लोगों को हमने दवाइयां दी है।
अल्का त्रिवेदी, बीएमओ कोलारस