दूसरे के लिए खोदे गड्ढे में यदि सचमुच दूसरा गिर जाए, तो गड्ढा खोदने वाले को क्या सजा होगी - LEARN IPC SECTION 299

एक कहावत सबने सुनी होगी, जो लोग दूसरों के लिए गड्ढा खोदते हैं कई बार वह खुद भी उस में गिर जाते हैं लेकिन आज अपन बात करेंगे कि यदि किसी ने दूसरे व्यक्ति के लिए गड्ढा खोदा और सचमुच दूसरा व्यक्ति उस गड्ढे में गिर कर मर जाए तो गड्ढा खोदने वाले के खिलाफ FIR दर्ज होगी या नहीं। पुलिस गड्ढा खोदने वाले व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की किस धारा के तहत मामला दर्ज करेगी और दूसरों के लिए गड्ढा खोदने वाले को कानून में कितनी सजा का प्रावधान किया गया है।

भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 299 की परिभाषा:-

अगर कोई व्यक्ति अपराध करने की मानसिकता से कोई ऐसा काम करें, जिससे वह जानता है कि किसी व्यक्ति विशेष की मृत्यु होना निश्चित है और उस व्यक्ति की मृत्यु हो जाए तब ऐसा व्यक्ति आईपीसी की धारा 299 के तहत मानववाद का दोषी माना जाएगा।
 
उदाहरण अनुसार:- मोहन जानते हुए रास्ते में एक गड्डा खोदता है, और वह जानता है कि ये इस गड्डे में गिरकर राम की मृत्यु निश्चित है, और राम की मृत्यु हो जाएं तब मोहन आपराधिक मानव वध की धारा 299 का दोषी होगा।

भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 299 के अंतर्गत दण्ड का प्रावधान:-

इस अपराध की सजा का प्रावधान धारा 304 में दिया गया है। यह अपराध किसी भी प्रकार से समझौता योग्य नहीं हैं, यह संज्ञेय एवं अजमानतीय अपराध होते हैं। इनकी सुनवाई का अधिकार सत्र न्यायालय को हैं। सजा :- इस अपराध के लिए आजीवन कारावास या10 वर्ष कि कारावास एवं साथ मे जुर्माना जुर्माने से दाण्डित किया जा सकता है। :- लेखक बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

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