फांसी लगाने पर मौत क्यों हो जाती है - सरल हिंदी में SCIENCE की बातें पढ़िए

मनुष्य के शरीर के किसी भी अंग (हाथ, पैर, कमर इत्यादि) पर रस्सी बांधकर कितनी भी जोर से गांठ लगाई जाए, उस हिस्से में फ्रैक्चर हो सकता है लेकिन मृत्यु नहीं होती। फिर ऐसा क्या कारण है जो गले में गांठ कसने पर (फांसी लगाने पर या गला दबाने पर) इंसान की मौत हो जाती है। आइए जीव विज्ञान के सवाल का सरल शब्दों में उत्तर खोजते हैं:-

सबसे पहले जीव विज्ञान की भाषा में शरीर की संरचना को समझिए

मनुष्य एक स्तनपाई जीव (Mammal) है जिसमें कंकाल तंत्र (skeleton) दो भागों से मिलकर बना होता है। पहला अक्षीय कंकाल (Axial skeleton) तथा दूसरा अनुबंधीय कंकाल (Appendicular skeleton) पाया जाता है। (यानी शरीर में दो प्रकार की हड्डियां होती हैं, पहली मुख्य हड्डी और दूसरी दो हड्डियों को जोड़ने यानी गठबंधन करने वाली हड्डी)

अक्षीय कंकाल में खोपड़ी (skull), कंठास्थि (Hyoid), कशेरुक दंड (vertebral column), उरोस्थि (sternum) तथा पसलियां( Ribs) होती हैं तथा अनुबंधीय कंकाल में ऊपरी तथा निचले पादों के कंकाल व उन्हें अक्षीय कंकाल से जोड़ने वाली अंस तथा श्रेणी मेखलाऐ होती हैं।

सभी स्तनपाई जीवों की गर्दन में कितनी हड्डियां पाई जाती हैं

चूँकि मनुष्य एक स्तनपाई जीव (mammal) है इसलिए उसकी ग्रीवा में (Neck) 7 सर्वाइकल वर्टेबरी पाई जाती हैं। चाहे छोटे से छोटा जानवर चूहा हो या बड़े से बड़ा जानवर जिराफ सभी की गर्दन में 7 सर्वाइकल वर्टेबरी पाई जाती हैं। 

Atlas क्या है, शरीर में ऐसा क्या महत्व है, इसे ध्यान से समझना

सभी जीवों में प्रथम ग्रीवा कोशिका को एटलस कहा जाता है। यह सभी सात ग्रीवा कोशिकाओं में सबसे बड़ी होती है जो कि सिर (Head)  को सहारा देती है। इस ग्रीवा कोशिका में कोशिका में कशेरुक रंध्र (vertebral cortex) पाए जाते हैं जिनसे होकर मस्तिष्क ( Brain) की ओर जाने वाली वाली रक्त वाहिकाएं ( blood vessels) गुजरती है। (समझ में आया, एटलस साइकिल बनाने वाली कंपनी का नाम नहीं है, अपने शरीर की सबसे इंपॉर्टेंट हड्डी का नाम है)

फांसी लगाने या गला दबाने पर मौत क्यों जाती है

चूँकि फांसी लगाने पर एटलस कशेरुका का अनुप्रस्थ लिगामेंट टूट जाता है। जिसके कारण एटलस में स्थित ऑडेनटॉयड प्रवर्ध,  मेडुला ओब्लेंगेटा के निचले भाग को कुचल देता है तथा मेरुरज्जु (रीढ़ की हड्डी, spinal cord) को भी कुचल देता है साथ ही श्वास नली (Respiratory tract, Trachea)  का रास्ता भी रुक जाता है तो शरीर में  प्राण वायु (oxygen) की supply भी बंद हो जाती है। जबकि atlas हड्डी के टूट जाने के कारण मस्तिष्क (Brain) तक रक्त (Blood) भी नहीं पहुँचता। Oxygen और blood दोनों की एकसाथ supply बंद हो जाने के कारण व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।। 

(सरल शब्दों में बोले तो एटलस नाम की जो हड्डी होती है वह मनुष्य के शरीर पर उसके सिर को टिकाए रखने का काम करती है। गले पर गांठ कसने या फिर गला दबाने पर एटलस नाम की हड्डी टूट जाती है और उसी के साथ गर्दन लुढ़क जाती है, शरीर में ब्लड सप्लाई और ब्रेन में ऑक्सीजन की सप्लाई डिस्टर्ब हो जाती है एवं रीढ़ की हड्डी भी बिखर जाती है। इस प्रक्रिया में असहनीय दर्द होने के कारण भी मृत्यु हो जाती है।) Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (science question answer in hindi, साइंस क्वेश्चन आंसर, science questions and answers general knowledge, general science question answer in hindi, science general knowledge question answer,)

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