भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह सरकार धीरे-धीरे सब कुछ बंद करती जा रही है। एक परिसर एक शाला के तहत हजारों स्कूल बंद कर दिए, जनता के तमाम आंदोलन के बाद जो 51 कॉलेज शुरू किए थे, उन्हें बंद करने के आदेश जारी हो चुके हैं और अब दूरस्थ इलाकों में प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने वाले मोबाइल हॉस्पिटल भी बंद कर दिए गए हैं।
मध्यप्रदेश में चलित अस्पताल क्यों बंद कर दिए
नेशनल हेल्थ मिशन मध्य प्रदेश की मिशन संचालक छवि भारद्वाज ने दिनांक 21 दिसंबर 2020 को आदेश जारी किया है। प्रोजेक्ट हेड जिगित्सा हेल्थ केयर लिमिटेड के नाम जारी आदेश में भारतीय प्रशासनिक सेवा की महिला अधिकारी छवि भारद्वाज ने लिखा है कि ' राज्य एवं जिला स्तर के अधिकारियों द्वारा समय-समय पर किए गए निरीक्षण के दौरान मोबाइल हॉस्पिटल के संचालन में अनियमितताएं पाई गई है। इसके लिए जिगित्सा हेल्थ केयर लिमिटेड को पूर्व में बताया गया था परंतु व्यवस्थाओं में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। इसलिए मोबाइल हॉस्पिटल बंद किए जाते हैं।
जनता को बताया ही नहीं, आदेश जारी कर दिया
आदेश की प्रतिलिपि कंपनी द्वारा कुछ पत्रकारों को उपलब्ध कराई गई है। नेशनल हेल्थ मिशन मध्य प्रदेश की ओर से प्रेस को नहीं बताया गया है कि मोबाइल हॉस्पिटल की सेवाओं से जिगित्सा हेल्थ केयर लिमिटेड को अलग करने के बाद मोबाइल हॉस्पिटल का संचालन कौन करेगा। यह भी नहीं बताया गया कि योजना चालू है या बंद या फिर केवल व्यवस्था में सुधार के नाम पर मोबाइल हॉस्पिटल का संचालन अनिश्चित काल तक के लिए बंद कर दिया गया है। इस प्रकार की सूचनाएं जनता तक पहुंचना जरूरी है परंतु सरकारी विभाग केवल कार्यक्रमों का कवरेज प्रकाशित/ प्रसारित करवाने में रुचि रखते हैं।