रुस के लोग च्यूइंग गम क्यों चबाते हैं, क्या च्यूइंग गम फायदेमंद होती है - GK IN HINDI

शायद हॉलीवुड मूवी का कोई सीन आपको याद आ रहा हो। ज्यादातर प्रोफेशनल्स या फिर इन्वेस्टिगेशन ऑफीसर Chewing Gums (च्यूइंग गम) चबाते हुए दिखाई देते हैं। जबकि भारत में बच्चों को बताया जाता है कि यह एक बुरी चीज है। इसको खाने से तबीयत खराब हो जाती है। आइए जानते हैं रुस या दूसरे कई देश जहां च्यूइंग गम लोकप्रिय है, लोगों का क्या मानना है:- 

Chewing Gums (च्यूइंग गम) कान के दर्द को कम करता है

ज्यादातर लोगों को हवाई जहाज या अधिक ऊंचाई पर यात्रा करने पर कान में हवा के अधिक दबाव की वजह से दर्द होने लगता है। इस दौरान चुइंगम चबाने से कान से हवा बाहर निकलती है जिससे कान का दर्द कम हो जाता है।

Chewing Gums (च्यूइंग गम) वजन घटाता है

जब कभी भी आप भूख से परेशान होते हैं तो च्यूंइगम चबाने से आपकी भूख शांत होती है और इससे आप ज्यादा खाने से बच जाते हैं। यह आपके हेल्थ डाइट को बनाए रखता है और वजन कम करने में मदद करता है। लेकिन इस बात का ख्याल रखें कि जो च्यूंइगम आप चबा रहे हैं वो शुगर फ्री और कम कैलोरी वाला हो। 

Chewing Gums (च्यूइंग गम) ज्यादा अलर्ट रखता है

यदि आप काम करते हुए हर बार थकान और सुस्ती महसूस करते हैं तो च्यूंइगम चबाने से आप ज्यादा अलर्ट और एनर्जेटिक हो सकते हैं। क्योंकि यह शरीर में खून और दिमाग में ऑक्सीजन के प्रवाह को बढ़ाता है।

Chewing Gums (च्यूइंग गम) मानसिक क्षमता बढ़ती है

जब आप च्युइंग गम चबाते हैं तो हिप्पोकैम्पस अधिक सक्रिय हो जाता है। हिप्पोकैम्पस मस्तिष्क का वह हिस्सा होता है जो याद्दाश्त में गहरी भूमिका अदा करता है। स्मरण-शक्ति बढ़ाने के साथ ही च्यु्इंग गम से मस्तिष्क मे रक्त प्रवाह बढ़ाने में मदद करता है। जब आप च्युइंग गम चबाते हैं तो आपके दिल की धड़कन बढ़ जाती है और मस्तिष्क को अधिक ऑक्सीजन मिलती है।

Chewing Gums (च्यूइंग गम) एसिडिटी कम करता है

चुइंगम चबाने से मुंह में अधिक लार बनती है जो कि पेट में उत्पन्न होने वाले डाइजेस्टिव एसिड को कम करती है। यह कुछ देर के लिए एसिडिटी को कम कर देती है लेकिन एसिडिटी के स्थायी इलाज के लिए डॉक्टर को दिखाएं।

Chewing Gums (च्यूइंग गम) से चिंता तनाव होता है दूर

च्युइंग गम तनाव और चिता को दूर करने में मदद करती है।रिसर्च से पता लगा हैं कि जिन बच्चों ने एग्जाम के दौरान च्युइंग गम चबायी वे अधिक सजग रहे। शायद च्युइंग गम केवल तनाव को ही दूर करने में मददगार नहीं होती, बल्कि जब भी आप चिड़चिड़े और परेशान महसूस करते हैं तब भी आप च्युइंग गम चबा सकते हैं। इससे आप रिलैक्स महसूस करेंगे।

Chewing Gums (च्यूइंग गम) मेमोरी बढ़ाता है

सेंट लॉरेंस यूनिवर्सिटी में मनोवैज्ञानिकों की एक टीम द्वारा हाल ही में किए गए एक रिसर्च में पाया गया है कि रोजाना चुइंगम चबाने से ब्रेन में हिप्पोकैम्पस का रक्त प्रवाह बढ़ जाता है इसके साथ ही ब्रेन में आक्सीजन का प्रवाह भी बढ़ता है। इससे दिमाग की सेल्स एक्टिव रहतीं है और इससे हमारी मेमोरी बढ़ती है।

Chewing Gums (च्यूइंग गम) मिचली आने से रोकता है

यदि आप यात्रा के दौरान बीमार पड़ जाते हैं या आपको बदहजमी की वजह से मिचली आती है तो मिंटी गम चबाने से काफी राहत मिलेगी। क्योंकि चुइंगम चबाने से अधिक लार उत्पन्न होती है जो पेट में उत्पन्न होने वाली एसिड को कम करती है जिससे मिचली नहीं आती है। 

Chewing Gums (च्यूइंग गम) खाने के नुक्सान

  • च्यूइंग गम जंक-फूड खाने की इच्छा को बढ़ता है। 
  • जबड़े में टीएमजे (टेम्पोरोमंडिब्युलर संयुक्त विकार) पैदा कर सकता है। 
  • च्यूइंग गम चबाने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की समस्याएं हो सकती हैं। 
  • चाहे आप शुगर फ्री च्यूइंग गम का उपयोग करते हों च्यूइंग गम दांतों के लिए नुक्सानदायक होती है। 
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