CM शिवराज सिंह ने लॉकडाउन पर फोटो सेशन कराया, कोरोना को देखने अस्पताल नहीं गए | MP NEWS

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाने के बजाय जनता की हर समस्या को अपनी लोकप्रियता बढ़ाने का अवसर बनाना शुरू कर दिया है। इस समय शिवराज सिंह चौहान को कोरोनावायरस से प्रभावित 6 जिलों में स्वास्थ्य सेवाएं एवं सैनिटाइजेशन की माइक्रो लेवल पर मॉनिटरिंग करनी चाहिए थी, शिवराज सिंह चौहान लॉकडाउन पर फोटो सेशन करा रहे थे।

फोटो खिंचवाने के लिए सड़क पर निकले शिवराज सिंह चौहान 


मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जिस तरह के फोटो जारी किए गए हैं उन्हें देखने के बाद सोशल मीडिया पर कोई भी शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों की तारीफ नहीं कर रहा। साफ समझ आ रहा है कि केवल फोटो खिंचवाने के लिए शिवराज सिंह चौहान बिना सिक्योरिटी गार्ड के सड़क पर टहल रहे हैं। कैमरे के पीछे उनकी पूरी टीम निश्चित रूप से खड़ी होगी। आपको बता दें कि उस समय जबकि मध्यप्रदेश के 52 जिलों में लॉकडाउन है। एक-एक मिनट महत्वपूर्ण है। शिवराज सिंह चौहान के इस फोटो सेशन के लिए करीब 4 घंटे का समय खर्च हुआ।

मध्य प्रदेश में 6 जिले संक्रमित, मरीजों की संख्या 33 हो गई 


मध्यप्रदेश में 6 जिले कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ते हुए 33 हो गई है। इंदौर में हालात नियंत्रण से बाहर है। बेहतर होता शिवराज सिंह चौहान इंदौर जाकर अपनी आंखों के सामने शहर का सैनिटाइजेशन करवाते। भोपाल और ग्वालियर में स्थिति नियंत्रण में है लेकिन जबलपुर, शिवपुरी और उज्जैन की हालत बेहद खराब है। इन जिलों के कलेक्टर की रिपोर्ट पर भरोसा नहीं किया जा सकता। कितना अच्छा होता यदि शिवराज सिंह चौहान ग्राउंड जीरो से रिपोर्ट ले रहे होते। सिस्टम को मजबूत कर दें ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता।

युद्ध के समय सेनापति लड़ता अच्छा लगता है, सैनिकों को रोटियां बांटता अच्छा नहीं लगता 

सोशल मीडिया पर लोग नाराज हो रहे हैं। लोगों को कहना है कि युद्ध के समय सेनापति मैदान में लड़ता हुआ अच्छा लगता है। यदि वो सैनिकों को रोटियां बांटता नजर आए तो उसे कायर ही कहा जाएगा। बहुत जरूरी है कि शिवराज सिंह चौहान अपना पूरा समय लॉकडाउन की व्यवस्थाओं को बनाए रखने और कोरोना वायरस मरीजों को इलाज उपलब्ध कराने में खर्च करें।

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