भोपाल। राजभवन और कमलनाथ सरकार के बीच तनातनी शुरू हो गई है। राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने शनिवार को मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के नाम लिखी चिट्ठी में फ्लोर टेस्ट के लिए निर्देशित किया था परंतु आज जारी किए गए पूरक पत्र में राज्यपाल महोदय ने मुख्यमंत्री को फ्लोर टेस्ट के लिए आदेशित किया है। याद दिला दें कि आज रविवार को कमलनाथ सरकार के कई मंत्रियों ने दावा किया था कि राज्यपाल महोदय फ्लोर टेस्ट के लिए आदेश नहीं दे सकते। यह विशेष अधिकार विधानसभा अध्यक्ष के पास सुरक्षित है। राज्यपाल के पूरक पत्र ने स्थिति को बदल दिया है।
मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्री लालजी टंडन का मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ को आदेश
प्रिय कमलनाथ जी, कृपया मेरे अर्थ शासकीय पत्र क्रमांक 77/ पीएसजी/ 2020/ दिनांक 14 मार्च 2020 का अवलोकन करने का कष्ट करें, जिसके अंतिम पैरा की कंडिका दो के संबंध में भारतीय जनता पार्टी से प्राप्त अभ्यावेदन एवं मध्य प्रदेश विधान सभा सचिवालय से प्राप्त जानकारी से यह ज्ञात हुआ है कि वर्तमान में मध्यप्रदेश विधानसभा में बटन दबाकर मतदान करने की व्यवस्था नहीं है। इस कारण इस प्रक्रिया से मतदान संभव नहीं है।
अतः उपरोक्त पैरा की कंडिका 2 में वर्णित "विश्वास मत विभाजन के आधार पर बटन दबाकर ही होगा और अन्य किसी तरीके से नहीं किया जाएगा" के स्थान पर पढ़ा जावे कि "चूंकि मध्य प्रदेश राज्य में 10वीं अनुसूची (शेडूल) लागू है। अतः आदेशित करता हूं कि विश्वास मत पर मतदान की प्रक्रिया हाथ उठाकर संचालित की जावे एवं अन्य किसी और तरीके से ना की जाए"