सुनीत सक्सेना/भोपाल। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए भोपाल सेंट्रल जेल में कैदी सूती कपड़े से मास्क बना रहे हैं। दो दिन में यहां 2000 मास्क तैयार कर लिए गए हैं। जेल प्रबंधन का कहना है कि इनमें से कुछ मास्क कैदियों को बांटे जाएंगे। वहीं बाहर से डिमांड आने पर और मास्क बनाए जाएंगे।
सेंट्रल जेल अधीक्षक दिनेश नरगावे के मुताबिक, जेल में संक्रमण से सुरक्षा के लिहाज से सावधानी बरती जा रही है। यदि बाहर से डिमांड आती है तो मास्क तैयार कर उनकी सप्लाई की जा सकती है। जेल में आने वाले नए बंदियों को रखने के लिए एक अलग वार्ड बनाया गया है। इसमें पेरोल से वापस आने वाले, कोर्ट द्वारा सजा सुनाए गए और विचाराधीन बंदियों को रखा जाएगा। इन बंदियों को एक हफ्ते इस स्पेशल वार्ड में आब्जर्वेशन में रखने के बाद दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा।
आयुष विभाग के डाॅक्टर और स्टाफ की भी छुट्टियां निरस्त
काेराेना के संक्रमण काे राेकने की तैयारियाें के चलते आयुष विभाग ने डाॅक्टराें समेत पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियां निरस्त कर दी हैं। सभी काे अपने कार्यालयाें पर उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। काेराेना वायरस राेग नियंत्रण के नाेडल अधिकारी डाॅ. राजीव मिश्रा की ओर ने यह आदेश दिए हैं।
मास्क काे पूरी तरह से साफ सुथरा रखें: डॉक्टर
हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डाॅ. एके श्रीवास्तव ने कहा कि सुरक्षा के लिहाज से कपड़े से बने मास्क इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन, इस बात का ध्यान रखा जाए कि मास्क काे पूरी तरह से साफ सुथरा रखें।