इंदौर। इंदौर मैनेजमेंट एसोसिएशन (IMA) कॉनक्लेव (Indore Management Association Conclave) में लंच के बाद के सत्र में मौजूद लोग उस समय असहज हो गए जब मंच पर लगी मेगा स्क्रीन पर निर्वस्त्र महिला का चित्र प्रदर्शित कर दिया गया। एड गुरु, एक्टर और निर्देशक भारत दाभोलकर Bharat Dabholkar के लेक्चर और प्रेजेंटेशन के दौरान यह वाकया हुआ।
दाभोलकर का व्याख्यान विज्ञापन और मनोरंजन उद्योग पर आधारित था। कम्युनिकेशन पर अपनी बात कहते हुए दाभोलकर ने उपभोक्ता का ध्यान खींचने के लिए हो रहे नए प्रयोगों की बात की। उदाहरण के तौर पर उन्होंने पेरिस के एक होर्डिंग की स्लाइड प्रदर्शित की। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि आमतौर पर किसी व्यस्त सड़क पर लगे होर्डिंग पर वहां से गुजरते समय लोग ध्यान नहीं देंगे। पेरिस में एक विज्ञापन होर्डिंग ने ऐसी ही व्यस्त सड़क पर बिकनी पहनी मॉडल की तस्वीर वाले होर्डिंग के साथ लिख दिया कि फलां तारीख को मैं अपने अधोवस्त्र उतार दूंगी। लोग तय तारीख को उस सड़क से होर्डिंग को देखने के लिए गुजरे।
दाभोलकर ने आगे पहले होर्डिंग वह तस्वीर स्क्रीन पर प्रदर्शित की जिसमें मॉडल अधोवस्त्र में नजर आ रही थी। इसके बाद दाभोलकर ने निर्वस्त्र मॉडल की तस्वीर वाला होर्डिंग भी स्क्रीन पर प्रदर्शित कर दिया। तस्वीर देखकर बड़ी तादात में हॉल में मौजूद छात्राएं और महिला श्रोताओं समेत अन्य भी असहज हो गए। हालांकि दाभोलकर ने कहा कि ऐसा पेरिस में हो सकता है हमारे देश में नहीं। मैं कभी उत्पाद बेचने के लिए अपने विज्ञापनों में महिलाओं के शरीर का उपयोग नहीं करता। मालूम हो कि कॉनक्लेव के पहले सत्र में इसी मंच से महिला उद्यमी और समाजसेवी अनु आगा को सम्मानित किया गया था। इधर, मामले में आईएमए का कहना है कि आमंत्रिक स्पीकर ने तस्वीर के माध्यम से महज विज्ञापन के तरीके को समझाने की कोशिश की। हालांकि उनका महिलाओं के प्रति इस प्रकार का नजरिया नहीं होगा।