सागर। लोकायुक्त पुलिस ने दावा किया है कि उसने एक छापामार कार्रवाई के दौरान विकास खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में काम करने वाले लिपिक श्री गोविंद कोरी को कलेक्टर कार्यालय पास स्थित एक चाय की दुकान पर सबके सामने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। तृतीय श्रेणी कर्मचारी श्री गोविंद कोरी के खिलाफ ष्टाचार निवारण अधिनियम (Prevention of Corruption Act) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
वेतन निर्धारण कर सातवे वेतनमान की किश्त के भुगतान के बदले में शिक्षक से रिश्वत ले रहे जैसीनगर विकासखंड शिक्षा अधिकारी ऑफिस में पदस्थ क्लर्क को शुक्रवार शाम लोकायुक्त पुलिस ने रंगेहाथ पकड़ लिया। कलेक्टर ऑफिस के नजदीक जैसे ही क्लर्क ने ट्रेजरी से बाहर निकलकर एक चाय की दुकान के बाहर शिक्षक से रिश्वत में पांच हजार रुपए लिए पीछे खड़े लोकायुक्त निरीक्षक और उनकी टीम ने उसे घेर लिया। पकड़े जाने की आशंका से उसके चेहरे पर हवाइयां उडऩे लगी। भीड़भाड़ देख लोकायुक्त पुलिस रिश्वत के आरोपी क्लर्क को लेकर सिविल लाइन थाने पहुंचे और उसके हाथ धुलाए तो वे गुलाबी हो गए। क्लर्क के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
7वां वेतनमान और वेतन निर्धारण के लिए रिश्वत मांग रहा था BEO का क्लर्क
प्राप्त जानकारी के अनुसार जैसीनगर विकासखण्ड के बरौदा हाइ स्कूल में पदस्थ उच्च श्रेणी शिक्षक विजय शंकर पाठक ने लोकायुक्त एसपी रामेश्वर सिंह यादव सहित शिकायत की थी कि विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कार्यरत क्लर्क द्वारा रिश्वत मांगी जा रही है। शिक्षक ने अपनी शिकायत में बताया कि उसे सातवे वेतनमान की किश्त के रूप में राशि मिलना है और वेतन का निर्धारण किया जाना है। शिक्षक का कहना था कि क्लर्क रिश्वत मांग रहा है और रुपए नहीं मिलने पर वेतन निर्धारण और किश्त का भुगतान नहीं करा रहा था। वे इसके लिए कई बार चक्कर काट चुके हैं। शिक्षक की शिकायत पर लोकायुक्त एसपी के निर्देश पर टीम ने रिश्वत मांगने वाले क्लर्क को पकडऩे की तैयारी की।
कलेक्टर ऑफिस के पास चाय की दुकान पर रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया क्लर्क
योजना के तहत शिक्षक विजय शंकर पाठक ने मोबाइल पर क्लर्क (सहायक ग्रेड-2) गोविंद कोरी से बात की और किश्त के आहरण के लिए उसके साथ शुक्रवार दोपहर कलेक्टर ऑफिस के नजदीक ट्रेजरी पहुंचा। ट्रेजरी से निकलते ही शिक्षक के साथ क्लर्क गोविंद कोरी चाय-नाश्ते की होटल पहुंचा और वहां चाय पीते हुए उसने जैसे ही शिक्षक के हाथ से पांच हजार रुपए लेकर जेब में रखे पीछे खड़े लोकायुक्त निरीक्षक बीएम द्विवेदी और उनकी टीम ने उसे घेर लिया।