अंकुर सिरोथिया/भोपाल। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने एक अनूठी पहल की है। इसके तहत मध्य प्रदेश में देश का पहला 'टाइम बैंक' खोला जाएगा। इस टाइम बैंक में आप अपनी इच्छानुसार कोई स्वैच्छिक सेवा देंगे और उसके बदले आपके खाते में उतने ही घंटे जमा कर दिए जाएंगे, जिनका लाभ आप ऐसी ही किसी सेवा के लिए कभी भी ले सकेंगे।
राज्य सरकार के आध्यात्म विभाग ने शुक्रवार को इसको लेकर एक आदेश जारी किया है। अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि इस संबंध में सभी जिला कलेक्टरों और राज्य आनंद संस्थान के प्रशासकों को इसकी प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है। दरअसल इस योजना का उद्देश्य लोगों में एक-दूसरे के प्रति सेवाभाव को बढ़ाना है।
कोई शख्स किसी जरूरतमंद की जितनी मदद करेगा उतने घंटे उसके खाते में जमा कर दिए जाएंगे। जब उसी शख्स को कभी मदद की जरूरत होगी तो इन्हीं जमा घंटों की मदद से टाइम बैंक नेटवर्क में वह किसी की मदद ले सकेगा। मान लीजिए आप किसी बुजुर्ग की देखभाल करते हैं या गरीब बच्चों को पढ़ाते हैं, तो इसके बदले आपके खाते में कुछ घंटे जमा हो जाएंगे।
हर जिले में खुलेगा एक बैंक, यूं होगा लेन-देन
अधिकारियों ने बताया कि टाइम बैंक यूं तो हर जिले में खोले जाएंगे, मगर इनकी संख्या की कोई सीमा नहीं होगी। एक जिले में एक से ज्यादा टाइम बैंक भी हो सकते हैं। मनोज श्रीवास्तव ने कहा, 'यह जरूरतमंद और सेवाभाव रखने वाले लोगों को एक प्लैटफॉर्म पर लाएगा। बैंक नेटवर्क में कभी भी किसी को जरूरत होगी तो कोई उसकी मदद कर सकेगा और उसके बदले उसके खाते में घंटे जमा होंगे। बाद में कभी कोई उस शख्स की मदद भी इन्हीं घंटों के बदले कर सकेगा। यह जरूरी नहीं है कि जरूरतमंद शख्स की मदद वही करे, जिसकी उसने मदद की हो। यह कोई भी हो सकता है।'