इंदौर। नेशनल पब्लिक स्कूल से 80 लाख रुपए की रिश्वत मांगने वाले वन मंत्री के कथित एजेंट शुभम अजमेरा के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने डीएफओ एल्विन वर्मन एवं डिप्टी रेंजर भगवान सिंह को पद से हटाने के लिए प्रमुख सचिव को पत्र लिखा है। पत्र में 3 दिन के अंदर दोनों अफसरों को सस्पेंड करने की मांग की है। बताया जा रहा है कि शुभम अजमेरा वन विभाग के रेस्ट हाउस में रहता था और मंत्री उमंग सिंगार के साथ उसके कुछ फोटो भी हैं। लोकायुक्त पुलिस शुभम अजमेरा की पूरी कुंडली तलाश रही है।
लोकायुक्त ने नेशनल पब्लिक स्कूल के सीईओ विनय तिवारी की शिकायत पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के अंतर्गत उप वन मंडलाधिकारी एल्विन बर्मन, डिप्टी रेंजर भगवान सिंह व शुभम के खिलाफ केस दर्ज किया है। वन विभाग की जमीन पर स्कूल के कब्जे को लेकर पहले नोटिस दिया था। आरोप है कि बाद में वन विभाग के अफसरों ने मामला निपटाने के लिए साढ़े 12 लाख, फिर 30 लाख व फिर 80 लाख की मांग रखी। अफसरों की ओर से मध्यस्थ के रूप में शुभम अजमेरा स्कूल प्रबंधन से बात कर दबाव बना रहा था।
शुभम अजमेरा पर डेढ़ लाख रुपए लेने का भी आरोप है। डीएसपी प्रवीणसिंह बघेल के मुताबिक, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज होने के बाद वन विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर दोनों अफसरों को तीन दिन में हटाने के लिए कहा है। जल्द ही दोनों को बुलाकर उनके आवाज के नमूने भी जांच के लिए लिए जाएंगे। शुभम के बारे में भी जानकारी इकट्टा की जा रही है।
वन विभाग के अफसरों का कहना है कि शुभम अजमेरा वनविभाग के गेस्ट हाउस में ही काफी समय गुजारता है। मानपुर का मूल निवासी है। वह एक मंत्री का नजदीकी है और मंत्री के नाम से ही अफसरों को बीच उसकी बैठक है। यह बात भी सामने आई कि लोकायुक्त के पास रिश्वत को लेकर जितनी भी रिकार्डिंग आई उसमें कई जगह शुभम मंत्री का नाम लेकर भी रौब झाड़ रहा है। मंत्री के साथ उसके फोटो भी सामने आए है लेकिन अधिकारिक रूप से कोई भी मामले में बोलने से बच रहा है।