आनंद बंदेवार/ नई दिल्ली। भाजपा की टिकट पर सांसद बनी विश्व हिंदू परिषद की महिला नेता प्रज्ञा सिंह ठाकुर एक बार फिर विवादों में है। नाथूराम गोडसे देशभक्त के अलावा एक और बात हुई जो भोपाल की जनता के लिए महत्वपूर्ण थी। संसद में मंडीदीप से भोपाल की तरफ आ रही जहरीली हवाएं और भोपाल में वितरित हो रहे प्रदूषित पानी का मुद्दा उठाना चाहती थी परंतु अचानक भोपाल गैस कांड की तरफ मुड़ गई। समय निर्धारित था, मुद्दा उठाने से चूक गई।
शून्यकाल में भोपाल के प्रदूषण का मुद्दा उठाना चाहती थीं
लोकसभा के आज के सत्र में शून्यकाल में सांसद प्रज्ञा ठाकुर को बोलने का अवसर मिला। शुरुआत में तो ऐसा लग रहा था की प्रज्ञा ठाकुर वर्तमान में भोपाल में मंडीद्वीप की ओर से आने वाली ज़हरीली हवाओं और जनता को पिलाये जा रहे ज़हरीले और प्रदूषित पानी का मुद्दा उठाने वाली है जिनसे लोगों की मौत हो रही है फिर अचानक मामला भोपाल गैस कांड की तरफ मुड़ गया।
भोपाल गैस पीड़ित कर्मचारियों के लिए वीआरएस मांग बैठीं
प्रज्ञा सिंह ठाकुर शून्यकाल में भोपाल गैस त्रासदी के मुख्य अपराधी एंडरसन को एक तरह से आतंकवादी ठहराने का प्रयास करती नज़र आईं। उन्होंने कहा गैस कांड में पीड़ित लोग बुरी तरह से प्रभावित हुए है। सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने केंद्र तथा राज्य सरकार में काम कर रहे भोपाल गैस कांड के पीड़ित कर्मचारियों को VRS देने की मांग की। कुल मिला कर लोकसभा में उनके द्वारा रखे बिंदु साफ नहीं थे की वे कहना क्या चाहतीं हैं।