भोपाल। समन्वय भवन आयोजित हुए शिक्षकों के सम्मेलन में 500 से अधिक अतिथि शिक्षक, गुरुजी, अध्यापक और शिक्षक इस उम्मीद के साथ सम्मेलन में पहुंचे कि मुख्यमंत्री कमलनाथ कोई घोषणा करेंगे लेकिन उम्मीद के विपरीत मुख्यमंत्री कमलनाथ बिना कोई घोषणा किए चले गए। उनके जाते ही अतिथि शिक्षकों ने हंगामा शुरू कर दिया। दिग्विजय सिंह सबको शांत कराते नजर आए।
दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के आगमन पर अतिथि शिक्षकों, गुरुजियों, शिक्षकों का पक्ष रखते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ से अपील की कि अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण, गुरुजी के रूप में नियुक्त प्राथमिक शिक्षक को नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता लाभ देने, तथा आंदोलित पुराने शिक्षकों को शिक्षक व्याख्याता का पदनाम देने की विधिवत घोषणा करे।
लेकिन उम्मीद के विपरीत मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सिर्फ इतना कहा जो वचन पत्र में शामिल है, उसी अलग से घोषणा करने की जरूरत नहीं। इतना कहकर जैसे ही मुख्यमंत्री कमलनाथ समन्वय भवन से बाहर निकले, शिक्षकों ने हंगामा शुरू कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह उपस्थित शिक्षकों के जनसमूह को शांत करते नजर आए, लेकिन शिक्षक कांग्रेस के बुलावे पर प्रदेश भर से बड़ी संख्या में उम्मीद लगा कर आए अतिथि शिक्षक ,गुरुजी, अध्यापक, शिक्षक काफी नाराज नजर आए।