ग्वालियर। प्लॉट पर कब्जा करने वाले जालसाजों की कमी नहीं है। पुलिस की लापरवाही के कारण भी इनकी हिम्मत बढ़ जाती है परंतु हर बार पुलिस लापरवाह नहीं होती। इस केस में पुलिस ने कब्जाधारी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस फाइल किया है। राज परमार, उसकी मां मिथलेश परमार, अवधेश परमार पर आरोप है कि तीनों ने पुलिस के सामने फर्जी रजिस्ट्री पेश की।
बाउंड्रीबंद प्लॉट पर कब्जा करके मकान बना लिया
महाराजपुरा थानाक्षेत्र स्थित शताब्दीपुरम में एक प्लॉट है। जिसे थाटीपुर निवासी सुमित कुमार शर्मा पुत्र रामदयाल शर्मा (Sumit Kumar Sharma son Ram Dayal Sharma) ने कुछ साल पहले खरीदा था। प्लॉट खरीदने के बाद उन्होंने उसका निर्माण नहीं कराया, सिर्फ बाउंड्री तैयार कर छोड़ दिया। अभी जुलाई 2019 में जब वह अपने प्लॉट पर कुछ निर्माण कराने के लिए पहुंचे तो देखा कि वहां एक मकान बन चुका था। जिसमें राज परमार, उसकी मां मिथलेश परमार, अवधेश परमार रहते हुए मिले।
पुलिस के सामने फर्जी रजिस्ट्री पेश कर दी
जब सुमित ने उनको यह प्लॉट अपना बताया तो वह लड़ने पर आ गए। साथ ही उसे खरीदना बताया। इसका पता चलते ही वे थाने पहुंचे और मामले की श्किायत की। शिकायत की जांच के बाद पुलिस ने मकान में रह रहे लोगों से पूछताछ की तो वह यह भी नहीं पता पाए कि किस महिला के नाम यह प्लॉट था और कब उन्होंने इसे बेचा। इस पर उनकी भूमिका संदिग्ध नजर आई। इसके बाद साफ हुआ कि फर्जी दस्तावेज और फर्जी महिला विक्रेता खड़ी कर इस प्लॉट की फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करा ली गई है।