मुंबई से निकली MAHALAXMI EXPRESS ट्रेन बाढ़ में फंसी, 2000 यात्री सवार EXCLUSIVE VIDEO देखें

नई दिल्ली। मुंबई-कोल्हापुर रूट पर चलने वाली ट्रेन महालक्ष्मी एक्सप्रेस में मौजूद करीब 2000 से ज्यादा यात्री भारी बारिश के कारण से बीच में फंस गए जिसमें 500 लोगों को निकाला जा चुका है। यात्रियों को चॉपर के मदद से निकाला गया है। एक यात्री द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, ट्रेन मुंबई से 100 किलोमीटर दूर वांगनी और बदलापुर के बीच तड़के करीब 3 बजे से रुकी हुई है। 

न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सेंट्रल रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुनील उदासी ने कहा, रेलवे सुरक्षा बल और शहर की पुलिस उस स्थान पर पहुंच गई है जहां ट्रेन रुकी हुई है। फंसे हुए यात्रियों को बिस्कुट और पानी बांटा गया है। 

उन्होंने यात्रियों से अपील करते हुए कहा, ''महालक्ष्मी एक्सप्रेस के यात्री ट्रेन से नीचे न उतरे। ट्रेन सुरक्षित स्थान पर है। स्टाफ, रेलवे पुलिस फोर्स और शहरी पुलिस आपकी देखरेख के लिए ट्रेन में मौजूद है। कृपया एनडीआरएफ व अन्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों की सलाह का इंतजार करें।''

इस बीच, महाराष्ट्र के सूचना और जनसंपर्क महानिदेशालय (DGIPR) के निदेशक बृजेश सिंह ने कहा कि जहां ट्रेन फंसी हुई है, तीन नाव घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। उन्होंने आगे बताया कि वह खुद भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। 

मालूम हो कि मुंबई के लोगों के लिए भारी बारिश (Rains in Mumbai) एक बार फिर बड़ी समस्या का कारण बन गई है। पिछले कई घंटों से लगातार होती बारिश ने मुंबई के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बारिश की वजह से मुंबई के कई इलाकों में पानी भर गया। इस बीच मौसम विभाग ने अगले दो दिन के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। आज भी यानी शनिवार को भी मौसम विभाग ने तेज बारिश की संभावना जताई है।



9 घंटे बाद शुरू हुआ रेस्क्यू


भारी बारिश के कारण मुंबई एक बार फिर पानी-पानी हो गई है। लगातार हो रही बारिश से कई इलाकों में पानी भर गया है। मौसम विभाग ने शनिवार को भारी भारिश की चेतावनी जारी की है। ट्रैक पर पानी भरने के कारण महालक्ष्मी एक्सप्रेस के 700 यात्री मुंबई से लगभग 55 किलोमिटर की दूरी पर पिछले 9 घंटों से फंसे हुए हैं। NDRF की 4 टीमें 8 नावों की मदद से यात्रियों को निकाल रही हैं। अबतक महिलाओं और बच्चों समेत कुल 500 लोगों को वहां से सुरक्षित निकाल लिया गया है। डॉक्टरों की कई टीमें मौके पर पहुंच गई हैं।

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