खंडवा। मध्यप्रदेश में गरीबों के कल्याण के लिए चलाई जा रहीं योजनाओं के संचालकों के लिए शर्मसार करने वाली खबर है। एक दंपत्ति ने 4 माह के बेटे के साथ नर्मदा नदी में इसलिए छलांग लगा दी क्योंकि वो भूख से तड़प रहे थे। उनके पास खाने को अन्न नहीं था। बीमार थे। इलाज नहीं मिल रहा था।
तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में पति-पत्नी ने अपने चार माह के बेटे को साथ लेकर झूला पुल से नर्मदा नदी में छलांग लगा दी। इस दौरान वहां मौजूद नाविकों ने पति-पत्नी को बचा लिया, लेकिन डूबने की वजह से बच्चे की मौत हो गई। आत्महत्या करने का प्रयास करने वाले दंपति ने बताया कि बीमारी और गरीबी से तंग आकर उन्होंने यह कदम उठाया है।
जानकारी के मुताबिक ओंकारेश्वर में जेपी चौक के पास बने झूला पुल पर अल सुबह 3 बजे के करीब बारेला मांडवा गांव, नेपानगर निवासी दिलदार पिता बल्लू (35), पत्नी गुनाबाई दिलदार (30) ने अपने पुत्र रोहित को साथ लेकर जीवन लीला समाप्त करने के उद्देश्य से नदी में छलांग लगाई।
संयोग से नर्मदा नदी में मछली पकड़ रहे मुकेश केवट, दीपक केवट, बंटी भील ने पति-पत्नी की जान बचाई किंतु 4 माह के बच्चे को नहीं बचा पाए। मान्धाता थाना प्रभारी जेसी पाटीदार ने बताया कि दंपति के बयान लेकर उनके उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।