सेंवढ़ा (दतिया)। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभा में बिजली काट दी गई। शिवराज सिंह यहां लोकसभा प्रत्याशी संध्या राय के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करने आए थे। मजेदार बात यह है कि मंच पर भाषण देते हुए जैसे ही शिवराज सिंह ने बिजली कटौती का मुद्दा उठाया तो उसी दौरान बिजली काट दी गई। इसके बाद जैसे ही जनरेटर चालू करके उन्होंने फिर से भाषण शुरू किया, बिजली आ गई।
शिवराज सिंह ने प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया तथा लोगों से हाथ खड़े कर पीएम मोदी को दोबारा से काबिज करवाने के लिए वोट देने का संकल्प भी लोगों को दिलवाया। उन्होंने कहा कि हमने किसान हो चाहे मजदूर सभी की चिंता की थी। किसानों को कभी भावांतर तो कभी सूखा, कभी बोनस तो कभी बीमा राशि देकर कुछ न कुछ देने का बहाना ढूंढ़ा। देते वक्त कभी राशि की कमी आड़े नहीं आने दी। दूसरी ओर कमलनाथ सरकार है जो कभी खजाने की कमी तो कभी समय का अभाव बताकर न देने के कारण ही खोजती रहती है। इस सरकार ने मजदूरों के घर में बच्चे के जन्म के दौरान लड्डुओं के लिए दी जाने वाली राशि हो या फिर मृत्यु के वक्त कफन के लिए दी जाने वाली अंत्योष्टि सहायता सभी को छीन लिया है।
शिवराज का 20 मिनट का संबोधन पूरी तरह राज्य सरकार पर केंद्रित रहा। चौहान ने अपने भाषण की शुरूआत भानजे-भानजियों के साथ की तथा सबसे पहला सवाल किया कि क्या यहां मौजूद किसानों का पूरा ऋण माफ हो गया है। जवाब में पूरी सभा ने न कहा। उन्होंने कहा कि मेरे पास कांग्रेसी ऋण माफी की जानकारी लेकर आए और उसमें कृषि विभाग के पत्र दे गए जबकि ऋण कृषि विभाग को नहीं बैंक को माफ करना था। बैंकों को पैसे ही नहीं दिए फिर कैसे ऋण माफ हो जाता। सभा के दौरान भाजपा प्रत्याशी संध्या राय मौजूद नहीं रहीं। पूर्व मुख्यमंत्री निर्धारित समय से लगभग डेढ़ घंटे की देरी से पहुंचे।