किसान कर्ज माफी के नाम पर कलाकारों का मानदेय काट लिया | MP NEWS

भोपाल। किसान कर्ज माफी के नाम पर मध्यप्रदेश में अब मनमानी कटौतियां की जा रहीं हैं। किसानों के बिजली के नाम पर शहरी इलाकों में अघोषित कटौती जारी है तो यहां भोपाल के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन 'लोकरंग' में कलाकारों के मानदेय में भी कटौती कर दी गई। कहा गया कि किसानों की कर्ज माफी के कारण बजट कम है। 

लोककला और लोक संस्कृति के उत्सव लोकरंग में 26 जनवरी 2019 को BHEL दशहरा मैदान में पहली बार गोंड रामायणी का मंचन किया गया था। इस भव्य प्रस्तुति में भोपाल के 71 कलाकारों ने ऑन स्टेज और बैक स्टेज काम किया था। इस प्रस्तुति के बाद पारिश्रमिक के रूप में कलाकारों को किए गए भुगतान में भेदभाव से कलाकारों में असंतोष फैल गया है। कलाकारों का कहना है कि उन्हें उनके कार्य के मुताबिक जितना पैसा मिलना, उससे बहुत कम भुगतान किया गया है। उल्लेखनीय है कि इस प्रस्तुति का संयोजन मप्र आदिवासी बोली विकास अकादमी ने किया था, जिसे कोलकाता के रंग निर्देशक सुमन साह निर्देशित किया था। 

एक-दूसरे को आरोपित कर रहे हैं जिम्मेदार

इस संबंध में फेस्टिवल के को-ऑर्डिनेटर राजीव सक्सेना ने कहा- जो भी भुगतान किया है, वो डायरेक्टर सुमन साह ने निश्चित किया था। इस पर निर्देशक सुमन साह ने कहा- सारे कलाकार अकादमी ने प्रोवाइड करवाए थे, मैंने जो शीट डिपार्टमेंट को दी, उसमें कलाकारों को सिर्फ ग्रेडिंग दी गई है। किसको कितना पेमेंट दिया जाएगा, इस संबंध में मैंने शीट पर कुछ नहीं लिखा। वहीं कलाकारों का कहना है कि उन्हें यह भी कहा जा रहा है कि सरकार ने किसानों का कर्ज माफ कर दिया है, इस कारण भुगतान में कटौती की जा रही है। 

अर्जुन को 10 हजार और सहदेव को 12 हजार दिए

इस प्रस्तुति में पांच पांडवों के किरदार थे। इन किरदारों को शहर के कलाकार अनमोल, सरस शुक्ला, हरीश शर्मा, शिवम गुप्ता, प्रतीक गढ़पाले ने निभाया था। इनमें से सहदेव का किरदार निभाने वाले शिवम गुप्ता को 12 हजार रुपए का भुगतान किया गया। बाकी सभी कलाकारों को 10 हजार रुपए का भुगतान किया गया है। 

शो के दिन ही करवाए गए थे साइन 

कलाकारों से निर्देशक ने ब्लैंक शीट पर साइन करवाए, इसी के अनुसार भुगतान हुआ है। वहीं को-ऑर्डिनेटर राजीव सक्सेना के अनुसार गवर्नमेंट रूल के मुताबिक 800 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान दिया है। 

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