भोपाल। व्यापमं यानी प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा आयोजित कराई गई सब इंजीनियर पात्रता परीक्षा 2018, विवादों में फंस गई है। एक तरफ टॉपर्स की योग्यता पर सवाल उठाते हुए घोटाले के आरोप लगाए जा रहे हैं तो दूसरी तरफ व्यापम सब इंजीनियर परीक्षा में पास हो चुके बीई डिग्री धारी लामबंद हो रहे हैं। बता दें कि इस परीक्षा में केवल डिप्लोमा मांगा गया था परंतु पीईबी ने बीई डिग्री वालों को भी आवेदन का अवसर दिया।
व्यापम सब इंजीनियर रिजल्ट 2018 जो कि 11 जनवरी 2019 को घोषित हुआ, उसमे चयनित उम्मीदवारों के सामने योग्यता का संकट खड़ा हो गया है मामला कुछ इस तरह से है।
1-व्यापमं ने इस पद के निकाले गए विज्ञापन में डिप्लोमा आवश्यक योग्यता निर्धारित की थी। विवाद के चलते बीई डिग्रीधारियों ने भी इस पद के लिए आवेदन कर दिया और परीक्षा में शामिल हुए।
2- व्यापमं अधिकारियों से कई बार यह पूछा गया कि वे ये बताएं कि बीई डिग्रीधारी इस पद के लिए योग्य होंगे कि नही, उनका सीधा सा जवाव था कि उम्मीदवारों के दस्तावेजों की जांच करना हमारा काम नही, इसकी जांच सम्बन्धित विभाग करेगा।
3- इस असमंजस के चलते हजारो उम्मीदवारों ने परीक्षा में शामिल होने का इरादा त्याग दिया, या फार्म ही नही भरा। अंत तक बीई डिग्रीधारी यह नही समझ पाया कि वह इस परीक्षा के लिए वह योग्य है भी या नही जिससे उसकी तैयारी में विपरीत असर पड़ा।
4- अंततः आनन-फानन में दिनांक 11/1/2019 में उन्होंने अपनी लीपापोती वाला रिजल्ट घोषित कर दिया, नॉर्मलाइजेशन के नाम पर मनमाने ढंग से 5 से लेकर 15 तक के अंक घटा लिये या वड़ा दिए गए।
5- अब पूरी चयनित सूची बीई डिग्रीधारियों से भरी पड़ी है, रिजल्ट के एक बिंदु में उन्होंने लिखा है कि आवेदको के दस्तावेजों की जांच उन्होंने नही की है।
6- अब बहुत से चयनित आवेदकों को यह भय व्याप्त है, कि अब उनके दस्तावेजों की जांच का परिणाम क्या होगा।