डाकुओं के चंगुल से फिरौती देकर छूटे SDO रामाश्रय पांडेय, पुलिस नहीं बचा पाई | SATNA MP NEWS

सतना। डाकुओं के सामने पुलिस बौनी साबित हुए। डाकू बबली कौल के साथी लवलेश कोल ने सरेआम वन विभाग के रिटायर्ड SDO रामाश्रय पांडेय और उनके 2 साथियों का अपहरण किया। पुलिस का सर्चिंग अभियान सफल नहीं हो पाया और डाकू गिरोह फिरौती वसूलने में कामयाब हो गया। डाकुओं ने SDO रामाश्रय पांडेय व उनके साथियों को मुक्त कर दिया है। 

पत्रकार शिवेन्द्र सिंह बघेल की एक रिपोर्ट के अनुसार तीन दिन पहले चित्रकूट से लौटते वक्त रामाश्रय पांडेय, उनके साले और रिटायर्ड क्लर्क सुरेश सोहगौरा और ड्राइवर मुन्ना सेन का डकैतों ने अपहरण कर लिया था। मंगलवार को बगधरा घाटी के नज़दीक जैसे ही कार में सवार रामाश्रय पांडेय और उनके साथी पहुंचे, वहां पहले से मौजूद डकैत गिरोह ने उनकी कार रोकी और तीनों को अगवा कर लिया। 

डाकुओं ने SDO रामाश्रय पांडेय के परिवार से 50 लाख की फिरौती मांगी थी। अपहरण की सूचना एक मज़दूर से मिली जो बगधरा घाटी में सड़क निर्माण के काम में लगा हुआ था। डकैत गिरोह उसके साथ मारपीट कर रहा था, उसी दौरान रामाश्रय पांडेय की कार वहां पहुंच गयी और डकैतों ने मज़दूर को छोड़कर उनका अपहऱण कर लिया था।

डकैतों और अपह्रत लोगों की तलाश में खुद रीवा आईजी उमेश जोगा ने कमान संभाली थी। उनकी डिमांड पर पुलिस मुख्यालय ने डकैत उन्मूलन अभियान के पांच युवा सब इंस्पेक्टर्स को भी सर्चिंग में भेजा था लेकिन अपहऱण के 72 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली रहे। इस संगीन वारदात में दस्यु सरगना बबली कोल गैंग के हार्डकोर मैंबर लवलेश कोल का हाथ बताया जा रहा है। 

बताया जा रहा है कि बबली कोल से अनबन होने के बाद लवलेश ने अपना अलग 7 सदस्यों का गैंग बना लिया है। पुलिस ने लवलेश की गिरफ़्तारी पर 1 लाख का इनाम घोषित कर रखा है। माना जा रहा है कि डकैत लवलेश ने जंगल में अपनी आमद दर्ज कराने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया है।
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