बड़ामलहरा। ग्रामीण जिसे कुदरत का करिश्मा मान रहे हैं, उसे डाक्टर महज एक विकृति मान रहे हैं। मध्यप्रदेश में जिला छतरपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द भंगवा में तमरयनखैरा निवासी एक महिला गिरजा पति मौती लौधी (30) वर्ष ने दो सिर बाले शिशु को जन्म दिया है। शिशु को महिला के परिवार के लोग ईश्वर का कारिश्मा मान रहे हैं जबकि डाक्टरों ने इसे ट्यूमर बताया है और जिला अस्पताल रैफर कर दिया। जच्चा बच्चा दोनो पूर्ण स्वास्थ्य बताये जा रहे है।
नवजात शिशु के सिर में खोपड़ी के बराबर ट्यूमर
जानकारी के मुताबिक तमरयनखैरा निबासी गिरजा लौधी पत्नि मौती लौधी ने रविवार की रात प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द भंगवा मे एक पूर्ण स्वास्थ्य बच्चे को जन्म दिया जिसके दो सिर थे। बच्चे के जन्म देते ही परिवार के लोग इसे ईश्वर का चमत्कार मान बैठे एवं पूजा अर्चना की तैयारी करने लगे। स्थिति की नजाकत को देखते भंगवा अस्पताल के कर्मचारियो ने उसे सामुद्रायिक स्वास्थ्य केन्द बड़ामलहरा रैफर कर दिया। डाक्टर ने बच्चे के सिर को टयूमर बताते हुऐ उसे 108 एम्बुलेंस से जिला अस्पताल रैफर कर दिया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द के डा.आर.एस. प्रजापति ने बताया कि बालक का दूसरा सिर नही बल्कि यह एक टयूमर है। महिला के शरीर मे पौलिक एसिड की कमी के चलते बच्चे के शरीर मे अनेक तरह की विकृतिया आ जाती है उन्ही में से यह एक टयूमर है। स्वास्थ्य केन्द नर्स के मुताबिक आयरन की कमी के चलते इस तरह की विकृति हाथ पैर सिर मे आ जाती है। गर्भावास्था के दौरान महिलाओं को आयरन की गोलीया दी जाती हैं किन्तु अधिकांश महिलाऐं गोलियां नही खाती जिसके परिणाम सामने आते है। फिलहाल जो भी हो किन्तु यह बालक कौतूहल का विषय अवश्य बना हुआ है।
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