
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष पंडित धर्मेन्द्र शर्मा कक्का जी ने बताया कि पवित्र श्रावण मास में राई को सिद्ध करने के लिए मिट्टी से निर्मित 12 ज्योतिर्लिंगों का पांच दिनों तक निर्माण कराया जायेगा। इसके बाद नव निर्मित मिट्टी के ज्योतिर्लिंगों की 21 पंडित विधि विधान से पूजा अर्चना करेंगे। मंत्रोचारण, शलोको के साथ दूध, दही, घी, मक्खन, और शहद से ज्योतिर्लिंगो का रुद्रा अभिषेक होगा। ज्योतिर्लिंगो में शक्ति प्रज्जवलित होने के बाद सरकार की नजर उतारने के लिए सवा क्विंटल राई को शलोक, मंत्रोचारण, जादू टोना क्रियाओं के जरिए सिद्ध कराया जायेगा। सिद्ध राई राजधानी भोपाल सहित मध्यप्रदेश की सडकों पर फिकवायेगा। ताकि आरक्षण का समर्थन करने वाले जनप्रतिनिधियों और सरकार की नजर उतारी जा सके।
शर्मा का कहना है कि सिद्ध राई नजर उतारने का अचूक शस्त्र है इसके जरिए जिन जनप्रतिनिधियों की आंखो पर पट्टी बंधी हो उसे अच्छा बुरा समझ नही आ रहा है उन्हें सद्बुद्धी मिलेगी। शर्मा ने सवर्ण समाज के लोगों और आरक्षण के पक्षधर लोगों से एक मुट्ठी राई से परिजनों की नजर उतारकर ज्योतिर्लिंग अभिषेक के दिन लाने की अपील की है ताकि उस राई को सिद्ध कर सडकों पर फेंका जा सके।
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