पेपर में ब्राह्मण विरोधी सवाल: SSC के चेयरमैन सस्पेंड

चंडीगढ़। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा काले ब्राह्मणों के दर्शन को अपशगुन मानने वाले सवाल की गाज आयोग चेयरमैन भारत भूषण भारती पर पड़ी है। भारती को सस्पेंड कर दिया गया है। यही नहीं, सरकार ने पेपर सैट करने वाली दिल्ली की कंपनी, कंपनी के साथ अनुबंधित मुख्य परीक्षक तथा विवादित सवाल छापने वाली पुस्तक के प्रकाशक अरिहंत के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। देश भर में ब्राह्मणों के विरोध के बाद सरकार ने यह कड़ा फैसला लिया। भारती तब तक सस्पेंड रहेंगे, जब तक इसे पूरे घटनाक्रम की उच्चस्तरीय जांच नहीं हो जाती। जांच भी किसी बाहरी एजेंसी से कराई जाएगी। इसके लिए सरकार ने एडवोकेट जनरल की राय मांग ली है। बुधवार की देर रात सीएम मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की साप्ताहिक बैठक में भी यह मुद्दा छाया रहा।

कैबिनेट मंत्री प्रो़ रामबिलास शर्मा ने जेई परीक्षा में पूछे गए इस आपत्तिजनक सवाल पर कड़ी नाराज़गी जताई। वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु सहित कई मंत्री इस सवाल से क्षुब्ध नज़र आए। इसके बाद बृहस्पतिवार को सुबह रामबिलास के नेतृत्व में ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधिमंडल ने सीएम से मुलाकात की। समाज के लोगों के सामने भावुक नज़र आए मुख्यमंत्री ने इस पूरे घटनाक्रम के लिए माफी भी मांगी। हरियाणा निवास में हुई इस मीटिंग में रामबिलास शर्मा के अलावा राज्यसभा सांसद डीपी वत्स, बल्लभगढ़ से विधायक मूलचंद शर्मा, बहादुरगढ़ विधायक नरेश कौशिक, बसपा विधायक टेकचंद शर्मा, पूंडरी से निर्दलीय विधायक दिनेश कौशिक, अखिल भारतीय ब्राह्मण आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष हरीराम दीक्षित, गौड़ ब्राह्मण सभा के प्रधान आजाद अत्री समेत करीब दो सौ प्रतिनिधियों ने भागीदारी की।

आयोग में ऐसा पहला मामला
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के इतिहास में यह पहला मौका है जब आयोग चेयरमैन को सस्पेंड किया गया है। जांच होने तक भारती इस पद पर नहीं रहेंगे। इस दौरान उनकी जगह आयोग कि वरिष्ठ सदस्य को कार्यवाहक चेयरमैन नियुक्त किया जा सकता है।

पंचकूला में दर्ज होगा परचा
इस मामले में केस पंचकूला पुलिस थाना में दर्ज होगा। पुलिस के अलावा सरकार की भी जांच साथ-साथ चलेगी। शिक्षा मंत्री प्रो़ रामबिलास शर्मा ने कहा कि पुस्तक के प्रकाशक को भी ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। दिल्ली की जिस कंपनी के साथ पेपर सैटिंग के लिए कांट्रेक्ट किया था उससे सभी अनुबंध रद्द किए गए हैं।

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