
क्राइम ब्रांच के मुताबिक अंजू बाला फिरोजपुर, पंजाब में परिवार के साथ रहती है। वह वहीं पर एक इंस्टीट्यूट में असिस्टेंट लाइब्रेरियन है। उसका बेटा चंडीगढ़ से बीटेक द्वितीय वर्ष का छात्र है। उसे पता था कि राकेश ने डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल में प्रधानाचार्य बनने के लिए डीएवी मैनेजमेंट के पास आवेदन कर रखा है। सीबीएसई की परीक्षा शुरू होने पर अंजू बाला ने राकेश से कहा था कि वह दिल्ली के बड़े नेताओं से संपर्क कर डीएवी स्कूल की मालकिन पूनम सोढ़ी से सिफारिश कर उसे प्रधानाचार्य बनवा देगी।
कांग्रेस के कई नेताओं के बच्चे दसवीं व बारहवीं कक्षा का दिल्ली में परीक्षा दे रहे हैं। अगर वह कठिन विषयों गणित व अर्थशास्त्र का प्रश्नपत्र परीक्षा से पहले उसे मुहैया करा देगा तो वह उसे भी कृतज्ञ करवा देगी। राकेश डीएवी स्कूल में 2010 से कॉमर्स व अर्थशास्त्र पढ़ाता था। सीबीएसई ने डीएवी के प्रधानाचार्य अतुल महाजन को जवाहर नवोदय पब्लिक स्कूल का सेंटर सुपरिंटेंडेंट बनाया था, लेकिन उन्होंने अपनी जगह राकेश कुमार को सेंटर सुपरिंटेंडेंट बनवा दिया था।