
अब तक पुलिस प्रीति रघुवंशी के पिता, भाई और रिश्तेदारों के बयान दर्ज कर चुकी है परंतु नामजद आरोपित किए जाने के बावजूद अब तक मंत्री और उनके बेटै गिरजेश सिंह राजपूत के बयान दर्ज नहीं किए गए। यहां तक कि जब गिरजेश सिंह, प्रीति रघुवंशी की अस्थियां संचय करने आया तब भी पुलिस ने गिरजेश सिंह का फोटो तक नहीं लिया।
पुलिस पर मंत्री व उनके बेटे को बचाने के आरोप लग रहे थे, साथ ही इस बात का दबाव बढ़ रहा था, कि वह मंत्री और उनके बेटे पर एफआईआर दर्ज करे। इसके साथ ही मंत्री और उनके बेटे से जुड़े कुछ और लोगों को भी बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा गया है। आईजी लॉ एंड ऑर्डर मकरंद देउस्कर ने बताया कि मामले की जांच रायसेन पुलिस कर रही है। मामले में गिरजेश सिंह को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा गया है।
पिता और भाई पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं
प्रीति रघुवंशी के पिता चंदन रघुवंशी और भाई के बयान पुलिस ने दर्ज कराए हैं। शुक्रवार को पुलिस ने प्रीति रघुवंशी के पिता चंदन सिंह रघुवंशी के बयान दर्ज किए थे, लेकिन ढाई घंटे तक चली पूछताछ में एक भी सवाल पीडब्ल्यूडी मंत्री रामपाल सिंह राजपूत और उनके बेटे गिरजेश सिंह राजपूत के बारे में नहीं पूछा गया। पिता ने पुलिस पर मुद्दे से भटकाने के आरोप लगाए थे।
बता दें कि प्रीति रघुवंशी ने 17 मार्च को सुसाइड कर लिया था। परिजनों ने मंत्री रामपाल सिंह और उनके बेटे पर आरोप लगाया था कि मंत्री के बेटे ने प्रीति से विवाह किया और फिर मंत्री ने बहू का दर्जा नहीं दिया, इसलिए बेटी ने सुसाइड कर लिया। जबकि मंत्री ने बेटे की शादी कहीं और पक्की कर दी थी।