प्रीति रघुवंशी केस: मंत्री के बेटे को पुलिस का नोटिस | MP NEWS

भोपाल। प्रीति रघुवंशी सुसाइड केस में न्यायालयीन कार्रवाई का विकल्प खुल जाने के बाद दवाब में आई पुलिस ने पीडब्लूडी मिनिस्टर रामपाल सिंह राजपूत के बेटे गिरजेश राजपूत को नोटिस जारी किया है। बता दें कि इस मामले में पुलिस पर पक्षपात के खुले आरोप लग रहे हैं। प्रीति के परिवार का कहना है कि उन्हे बयान के नाम पर परेशान किया गया। भोपाल में बयान के दौरान ऐसे सवाल पूछे गए जिनका मामले से कोई रिश्ता ही नहीं था जबकि वो सवाल कतई नहीं पूछे जो मंत्री और उनके बेटे के खिलाफ जा सकते थे। 

अब तक पुलिस प्रीति रघुवंशी के पिता, भाई और रिश्तेदारों के बयान दर्ज कर चुकी है परंतु नामजद आरोपित किए जाने के बावजूद अब तक मंत्री और उनके बेटै गिरजेश सिंह राजपूत के बयान दर्ज नहीं किए गए। यहां तक कि जब गिरजेश सिंह, प्रीति रघुवंशी की अस्थियां संचय करने आया तब भी पुलिस ने गिरजेश सिंह का फोटो तक नहीं लिया। 

पुलिस पर मंत्री व उनके बेटे को बचाने के आरोप लग रहे थे, साथ ही इस बात का दबाव बढ़ रहा था, कि वह मंत्री और उनके बेटे पर एफआईआर दर्ज करे। इसके साथ ही मंत्री और उनके बेटे से जुड़े कुछ और लोगों को भी बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा गया है। आईजी लॉ एंड ऑर्डर मकरंद देउस्कर ने बताया कि मामले की जांच रायसेन पुलिस कर रही है। मामले में गिरजेश सिंह को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा गया है।

पिता और भाई पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं
प्रीति रघुवंशी के पिता चंदन रघुवंशी और भाई के बयान पुलिस ने दर्ज कराए हैं। शुक्रवार को पुलिस ने प्रीति रघुवंशी के पिता चंदन सिंह रघुवंशी के बयान दर्ज किए थे, लेकिन ढाई घंटे तक चली पूछताछ में एक भी सवाल पीडब्ल्यूडी मंत्री रामपाल सिंह राजपूत और उनके बेटे गिरजेश सिंह राजपूत के बारे में नहीं पूछा गया। पिता ने पुलिस पर मुद्दे से भटकाने के आरोप लगाए थे। 

बता दें कि प्रीति रघुवंशी ने 17 मार्च को सुसाइड कर लिया था। परिजनों ने मंत्री रामपाल सिंह और उनके बेटे पर आरोप लगाया था कि मंत्री के बेटे ने प्रीति से विवाह किया और फिर मंत्री ने बहू का दर्जा नहीं दिया, इसलिए बेटी ने सुसाइड कर लिया। जबकि मंत्री ने बेटे की शादी कहीं और पक्की कर दी थी।

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