हर इंसान के जीवन को प्रभावित करेगा *शुक्र गुरु का दिव्य समसप्तम योग | JYOTISH

ज्योतिषभारतीय ज्योतिष ने नवग्रहों को आकाशमण्डल मे अलग अलग विभाग दिया है। शुक्र और गुरु दो ग्रहों को आचार्य पद दिया है। शुक्र देव माया के स्वामी तथा दैत्यों के आचार्य तथा गुरुदेव शिक्षा आद्यात्म, ज्ञान के स्वामी तथा देवों के गुरु हैं। दोनो का पद एक जैसा है लेकिन क्षेत्र अलग, जब भी ये दोनों ग्रह आपस मे मिलते है तब प्रक्रति मे विपरीत विचारों मे सामंजस्य देखने को मिलता है। दैत्य आचार्य नीति, वैभव और विलास के कारक शुक्र ग्रह मेष राशि मे प्रवेश कर रहे है, तुला राशि के गुरु से शुक्र महाराज का समसप्तम योग बनेगा। साथ ही राहु केतु शुक्र से केन्द्र मे है, शनि मंगल नवम भाव मे भ्रमण कर रहे है, आइये देखते है विश्व व्यापार, मौसम तथा सभी राशियों के लिये शुक्र ग्रह का परिवर्तन क्या परिणाम देगा। 

विभिन्न धर्म तथा विपरीत संस्कॄति मे मेल मिलाप का योग बनेगा। राम मंदिर मुद्दे मे आम राय बन सकती है। कश्मीर, उत्तर कोरिया अमेरिका विवाद मे आम राय बनेगी। चूंकि शुक्र महाराज गुरु की दृष्टि और गुरु महाराज शुक्र की राशि में है इसीलिये समस्त स्त्रीजगत, माया, वैभव विलास वाहन से जुड़े कार्यों मे विशेष मान सम्मान प्राप्ति के योग। नारी कल्याण से विशेष कार्यों का योग। विश्व राजनीति मे स्त्री का प्रभाव मे वृद्धि होगी। विश्व स्तर मे समाज के विभिन्न क्षेत्रों से स्त्रीवर्ग का सम्मान होगा। कीमती वस्तुओं सोना, चाँदी वस्त्र तथा वाहन उद्योग मे भावों मे नरमी तथा अच्छे व्यापार का योग। कीमती धातुओं के भाव मे नरमी का योग।

सभी राशियों के लिये 
मेष-परिवार मे विवाह मांगलिक कार्य तथा व्यापार मे उत्तम सफलता का योग,शुभ समय।
वृषभ-स्वास्थय की ओर ध्यान दें, व्यय वृद्धि के योग, बाहरी क्षेत्रों मे पर्यटन के योग बनेंगे, आर्थिक कार्य सम्पन्न होंगे।
मिथुन-संतान,शिक्षा,मित्रवर्ग के साथ आमोदप्रमोद का योग,विद्यार्थी वर्ग तथा कलाकार आदि के लिये शुभ समय।
कर्क-वाहन,मकान तथा सामाजिक क्षेत्रों मे समृद्धि का योग,नवीन वाहन मकान ऑफीस आदि का योग,मान सम्मान प्राप्ति का योग।
सिंह-धर्म,अध्यात्म सम्बंधी कार्यों मे मन लगेगा,धार्मिक यात्रा का योग,वरिष्ठ व्यक्तियों की कृपा से उन्नति का योग।
कन्या-आर्थिक योग प्रबल,संचित धन वृध्दि का योग,व्यापार मे खास सफलता का योग।

तुला-रोग,ऋण शत्रु पर प्रभाव मे वृद्धि होगी,साझीदारी से जुड़े व्यापार मे लाभ का योग,परिवार मे मांगलिक कार्यों का योग।
वृश्चिक-धर्म,अध्यात्म,शिक्षा से जुड़े कार्यों मे व्यय का योग,बाहरी क्षेत्रों मे प्रवास होगा।
धनु-शिक्षा,धर्म,अर्थ के क्षेत्रों मे विशेष लाभ प्राप्ति का योग,रुका हुआ धन प्राप्त होगा,विवादित प्रकरणों मे सफलता मिलेगी।
मकर -कर्मक्षेत्र मे वैभव,विलास तथा उन्नति का योग,व्यर्थ के दिखावे से दूर रहें,स्वयं के कार्य पर ध्यान दें।
कुम्भ-आर्थिक व्यापारिक कार्यों के की गई यात्रा विशेष फलदायी होगी,भाग्य पक्ष प्रबल।
मीन-जटिल कार्यों मे समय व्यतीत होगा,आर्थिक क्षेत्रों मे खास सफलता का योग।
प.चंद्रशेखर नेमा"हिमांशु"
9893280184,7000460931

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