नई दिल्ली। रेलवे के कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। सरकार ने पहली बार रेलवे कर्मचारियों को अब लीव ट्रैवल कंसेशन (LTC) का फायदा देने के लिए कहा है। कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग द्वारा जारी किए गए एक परिपत्र में, मंत्रालय ने कहा कि मौजूदा एलटीसी निर्देशों के मुताबिक, भारतीय रेलवे में काम कर रहे सरकारी कर्मचारी और उनके जीवन साथी इसके लिए हकदार नहीं हैं, “FREE PASS” की सुविधा के रूप में एलटीसी की सुविधा उनके लिए उपलब्ध है। रेल मंत्रालय के परामर्श से इस पर विभाग में विचार किया गया है। इसके बाद यह निर्णय लिया गया कि रेलवे कर्मचारियों को चार साल में एक बार भारतीय एलटीसी का लाभ लेने की अनुमति दी जा सकती है। मंत्रालय ने कहा है कि ऑल इंडिया एलटीसी रेलवे कर्मचारियों के लिए पूरी तरह से वैकल्पिक होगा।
हालांकि, रेलवे कर्मचारी रेलवे सर्वेंट्स (पास) नियमों द्वारा शासित होंगे। उनके द्वारा CCS (एलटीसी) नियमों के तहत “ऑल इंडिया एलटीसी” का फायदा उठाने वाले पास नियमों के प्रासंगिक प्रावधान के तहत विशेष आदेश के माध्यम से सहायता प्रदान की जाएगी। मंत्रालय ने कहा कि DOPT के आदेश में यह भी बताया गया है कि रेलवे कर्मचारी “होम टाउन एलटीसी” के लिए पात्र नहीं होंगे और उन्हें एलएलसी सुविधा का फायदा उठाने के लिए कैलेंडर ईयर में उन्हें विशेषाधिकार पास (रियायती या मुफ़्त टिकट) का समर्पण करना होगा।
अन्य प्रकार के पास जैसे कि ड्यूटी पास, स्कूल पास और मेडिकल आधार पर विशेष पास आदि, पास नियमों के तहत वेलिड होंगे। आदेश में यह भी कहा गया है कि अगर रेलवे कर्मचारी पहले ही एक विशेषाधिकार पास का लाभ उठा चुके हैं, तो उस साल एलटीसी को अनुमति नहीं दी जाएगी। रेलवे पीएसयू सहित अन्य किसी भी संगठन में प्रतिनियुक्ति पर रेलवे, विशेषाधिकार पास पात्रता के बदले वैकल्पिक एलटीसी के लिए पात्र रहेंगे।